असम, मेघालय के अधिकारियों ने सीमा के विवादित इलाकों का संयुक्त दौरा किया
शिलॉंग, 05 अक्टूबर। असम और मेघालय ने दोनों पूर्वोत्तर राज्यों के बीच लंबे समय से लंबित सीमा विवाद हल करने के लिए पहली बार अंतरराज्यीय सीमावर्ती इलाकों का संयुक्त निरीक्षण किया।
एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि मेघालय के मंत्री रेनिकतन लिंग्दोह तोंगखार और असम के मंत्री अतुल बोरा ने सोमवार को निरीक्षण पर अपने-अपने राज्यों की मंत्रिमंडल स्तर की समितियों की अगुवाई की।
दोनों पड़ोसी राज्यों के बीच 12 इलाकों को लेकर विवाद है। इन इलाकों में से छह पर मामूली मतभेद हैं और राज्यों को प्राथमिकता के आधार पर इन्हें हल करने पर फैसला करना है।
अधिकारी ने बताया कि समितियों ने हाहिम, मेघालय के पश्चिम खासी हिल्स जिले में अरादोंग के अलावा सलबरी, मलछपरा, गामेरीमुरा, गोहानीमारा और गिजांग इलाकों का दौरा किया। उन्होंने मेघालय में जिरांग और असम में पलाशबारी का भी दौरा किया।
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एक वरिष्ठ जिला अधिकारी ने बताया कि अथियाबाडी का दौरा नहीं किया जा सका क्योंकि गांव की ओर जाने वाली सड़कों पर भारी पत्थर और सुपारी के पेड़ गिरे हुए थे।
समितियों ने स्थानीय लोगों और ऑल राभा स्टूडेंट्स यूनियन (अएसएसयू), गारो स्टूडेंट्स यूनियन (जीएसयू), राभा वुमेन काउंसिल और गारो वुमेन काउंसिल जैसे संगठनों के सदस्यों से बात की।
तोंगखार ने कहा, ”इस दौरे का उद्देश्य इन इलाकों में जमीनी हालात को देखना था। इस दौरे से कोई फैसला नहीं लिया जाएगा लेकिन समितियां अपनी-अपनी राय संबंधित मुख्यमंत्रियों को देंगी।” उन्होंने उम्मीद जतायी कि दोनों राज्य जल्द ही विवादों को हल कर लेंगे।
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