हत्या करने आए चार शूटर गिरफ्तार, सनसनीखेज खुलासा, एजेंसियां हैरान…
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जितेंद्र उर्फ गोगी, लारेंस बिश्नोई और अशोक प्रधान गिरोह के चार शूटरों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो फरार हो गए। पुलिस का दावा है कि यह सभी रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी की हत्या का बदला लेने के लिए टिल्लू ताजपुरिया और उसके गिरोह के कई बदमाशों की हत्या करना चाहते थे। पुलिस ने इनके पास से नौ स्वचालित ऑटोमेटिक पिस्टल, 123 कारतूस व दो कारें बरामद की हैं। चारों शूटरों पर चार लाख रुपये का इनाम था। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से हत्या, हत्या का प्रयास आदि के 30 से ज्यादा मामलों को सुलझाने का दावा किया है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के विशेष पुलिस आयुक्त नीरज ठाकुर ने बताया कि जितेंद्र गोगी और टिल्लू गिरोह के बीच अब तक गैंगवार में काफी लोगों की जान जा चुकी हैं। ऐसे में गोगी गिरोह से काला जठेडी, लारेंस बिश्नोई, संपत नेहरा, अशोक प्रधान और हाशिम बाबा ने हाथ मिला लिया है। दूसरी तरफ टिल्लू से नीरज बवाना, सुनील राठी, नवीन बाली व नासिर ने हाथ मिला लिया है। गिरफ्तार आरोपी अनुज उर्फ मोहित, हर्ष उर्फ मिथुन, सागर राणा उर्फ काला व सुमित उर्फ कालू टिल्लू व उसके गिरोह के बदमाशों की हत्या करने दिल्ली आए थे। टिल्लू को अपराध शाखा ने पुलिस रिमांड पर ले रखा है। ये नीरज बवाना व नवीन बाली गिरोह के मोनू बाजितपुर, विशाल मान और नरेश ताजपुरिया की भी हत्या करना चाहते थे।
इंस्पेक्टर मान सिंह को सूचना मिली थी कि गोगी, अशोक प्रधान और लारेंस बिश्नोई गिरोह के बदमाश एक अक्तूबर को विरोधी गिरोह के बदमाशों की हत्या करने पुल प्रह्लादपुर या खेरा गांव में आएंगे। एसीपी संजय दत्त की देखरेख में इंस्पेक्टर मान सिंह, अनुज त्यागी, एसआई प्रवीण व पुनीत की टीम ने खेरा गांव में कार सवार बदमाशों को घेर लिया। इंस्पेक्टर ने अपनी कार इनके सामने लगा दी। खुद को घिरा देखकर बदमाशों ने पुलिस पर गोली चला दी। इसमें इंस्पेक्टर बाल-बाल बच गए। पुलिस ने चारों बदमाशों को पकड़ लिया। दो बदमाश फरार हो गए।
गिरफ्तार शूटरों की पहचान हरियाणा के जिला झज्जर स्थित गांव भादानी निवासी अनुज उर्फ मोहित (23), गांव फिरोजपुर बांगर, तहसील खरखौदा निवासी सागर राणा उर्फ कॉला (24) और गांव असौदा, तहसील बहादुरगढ़, जिला झज्जर निवासी सुमित उर्फ कालू (26) के अलावा उत्तर प्रदेश के जिला लखीमपुर खीरी स्थित गांव दुलारपुर निवासी हर्ष उर्फ मिथुन (22) के रूप में हुई है।
रोहिणी कोर्ट शूटआउट मामले में दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े चार शूटरों के खुलासे से दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां हैरान रह गई हैं। आरोपियों ने बताया कि वह पुलिस कस्टडी में टिल्लू की उस समय हत्या करते जब उसे मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया जाता। शूटरों के गिरफ्तारी के बाद उस जगह की सुरक्षा को और बढ़ा दिया गया है, जहां नई दिल्ली इलाके में अपराध शाखा टिल्लू से पूछताछ कर रही है।
स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव ने बताया कि गोगी गिरोह का सबसे बड़ा शूटर अनुज उर्फ मोहित है। उस पर पुलिस ने दो लाख 20 हजार रुपये का इनाम रखा हुआ है। अनुज ने अकेले ही हत्या की 15 से ज्यादा वारदातों को अंजाम दे रखा है। वह चलते-चलते लूट कर लेता था। गोगी को अनुज पर बहुत भरोसा था। इसलिए वह सभी काम अनुज से ही कराता था। बताते हैं कि उसका निशाना अचूक है। पुलिस ने चारों शूटरों की गिरफ्तारी से दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में हत्या के 15 केसों समेत हत्या के प्रयास, लूट आदि के 30 से ज्यादा केसों को सुलझाने का दावा किया है।
दिल्ली पुलिस ने अनुज पर दो केसों में एक-एक लाख व तीसरे केस में 20 हजार रुपये का इनाम रखा हुआ है। जीटीबी अस्पताल से कुलदीप उर्फ फज्जा को भगाने में इसका हाथ था। इसी साल फरवरी में उसने टिल्लू ताजपुरिया के चचेरे भाई कुणाल मान की हत्या कर दी थी। वर्ष 2020 में जींद रोड पर जगमोहन की हत्या कर दी थी।
सागर राणा पर हरियाणा पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम रखा हुआ था। आरोपी ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उसने मिथुन उर्फ बिहारी, जिट्टा उर्फ विजय, जगरैल पाजी, सुमित उर्फ कल्लू और सुखी सरदार के साथ पंजाब के मुक्तसर में एक कार की लूटी थी और उसके बाद उन्होंने गैंगस्टर शमा (प्रतिद्वंद्वी) की हत्या कर दी। 2018 में मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हत्या व हत्या के प्रयास को अंजाम दिया था।
मूल रूप से गांव दुलारपुर, जिला लखीमपुरी खीरी (उत्तर प्रदेश) निवासी हर्ष असौदा गांव पन्ना श्रीवन में रह रहा था। हरियाणा पुलिस ने उस पर 75 हजार रुपये का इनाम रखा हुआ था। उसने साल 2017 में असौदा रेलवे स्टेशन पर हत्या कर दी थी। 2020 में अशोक प्रधान गिरोह के निर्देश पर असौदा निवासी रविंदर उर्फ ढोला की हत्या की और गुलाब निवासी असौदा नाम के व्यक्ति की हत्या का प्रयास किया। 2021 में साथियों के साथ नरेश और संजय निवासी गांव असौदा की हत्या की। 28 सितंबर, 2021 को गैंगस्टर गोल्डी बरार के निर्देश पर साथियों के साथ मिलकर पंजाब के मुक्तसर में गैंगस्टर शमा की हत्या कर दी।
हरियाणा के गांव असौदा निवासी सुमित पर 50 हजार रुपये का इनाम था। उसने वर्ष 2017 में मनीष नाम के व्यक्ति की हत्या कर दी थी। असौदा में 24 अगस्त, 2021 में हुए दोहरे हत्याकांड में भी वह शामिल रहा।
दिल्ली पुलिस को पहले से आशंका थी कि गोगी की हत्या के बाद गैंगवार हो सकती है। इसलिए दिल्ली पुलिस टिल्लू ताजपुरिया से गुप्त जगह पर पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि टिल्लू को नई दिल्ली जिले में रखा गया है। उस जगह की सुरक्षा में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…