आवंटन के बाद भी नहीं मिला भूखंड
नोएडा, 03 अक्टूबर। कृषक आवासीय भूखंड योजना 2011 के ड्रॉ में भूखंड निकलने और आवंटन पत्र जारी होने के बाद भी पैसे जमा करने से करने से प्राधिकरण किसान को रोक रहा है। शिकायत का हवाला देकर किसान को परेशान किया जा रहा है। ऐसे ही मामले में पीड़ित किसान ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और प्राधिकरण की सीईओ से शिकायत की है। चौड़ा रघुनाथपुर गांव के रहने वाले कालीदास शर्मा ने सीईओ रितु माहेश्वरी से शिकायत करते हुए आरोप लगाया कि कृषक
आवासीय भूखंड योजना 2011 के ड्रॉ में उनके पिता स्वर्गीय ईश्वर चंद शर्मा के नाम पर सेक्टर-151 में भूखंड आवंटित हुआ था। इसका प्राधिकरण ने आवंटन पत्र भी जारी कर दिया था। जब वह आवंटन राशि जमा करने गए तो प्राधिकरण की ओर से बताया गया कि किसी ने इस मामले की शिकायत की है, पैसा जमा नहीं हो सकता। शिकायत में बताया गया कि संबंधित किसान के नाम से पूर्व में सेक्टर-55 में एक फ्लैट आवंटित हो चुका है। इसके बाद कालीदास ने 24 अगस्त 2021 को तथ्यों सहित
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प्राधिकरण की सीईओ को अवगत कराया कि यह फ्लैट उनके पिता के नाम पर निकला था। उसका इस योजना की पात्रता से कोई लेना देना नहीं है। इस मामले में हाइकोर्ट के आदेश पर तत्कालीन सीईओ रमारमण ने किसानों की इस भूखंड योजना की पात्रता श्रेणी में उन्हें शामिल करने का आदेश 26 अक्तूबर 2015 दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि तथ्यों सहित कागजात देने के एक महीने बाद भी प्राधिकरण अधिकारी जांच जारी रहने की बात कहकर परेशान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिस नाम
से शिकायत दी गई है, उस नाम का कोई भी शख्स गांव में नहीं है। इसके अलावा शिकायती पत्र में कोई भी फोन नंबर व आईडी नहीं है। इस बारे में ओएसडी अविनाश त्रिपाठी का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। किसान भूखंड योजना में सफल आवेदकों को जांच के नाम पर परेशान किया जा रहा है। नोएडा आपके द्वार कार्यक्रम में लोग खुलेआम पटवारियों पर डेढ़ से दो लाख रुपये रिश्वत लेकर जांच में क्लीन चिट देने का आरोप लगा रहे हैं।
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