नेपाली अर्थव्यवस्था की रीढ है भारत
मोतिहारी, 30 सितंबर। नेपाल के वीरगंज स्थित भारतीय महावाणिज्य दुतावास ने आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर भारत और नेपाल के बीच साझेदारी और इसकी सीमाएं विषयक गोष्ठी का आयोजन किया। जिसका उद्धाटन करते हुए भारत के महावाणिज्य दूत नितेश कुमार ने कहा कि भारत अपने अति निकटवर्ती मित्र देश नेपाल की उन्नति के लिए प्रयासरत है। दोनो देश की परस्पर निकटता को देखते हुए भारत सदैव इसके सर्वांगीण विकास के लिए चिंतित रहता है। साथ इसमे हर सम्भव सहयोग भी देती आ रही है।नेपाल के विकास मे सहयोग के लिए भारत पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
संगोष्ठी मे शामिल वक्ताओं ने कहा कि नेपाल का विकास भारत के सहयोग के बिना असंभव है। भारत सरकार ने हर साल नेपाल को अरबो रुपये वार्षिक योगदान प्राप्त हो रहा है।इतना ही नहीं भारत सरकार के छात्रवृत्ति के सहयोग से हजारों नेपाली बच्चे डॉक्टर,इंजीनियर के साथ तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।नेपाल के आबादी का बडा हिस्सा भारत में रोजगार प्राप्त किये है। जिससे नेपाली अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।वही नेपाल-भारत सहयोग मंच के अध्यक्ष अशोक वैध ने कहा कि आज हजारों भारतीय निवेशकों ने नेपाल मे उद्योग व्यापार लगाकर नेपाली जनता को रोजगार प्रदान कर रहे है। उन्होंने कहा कि भारत हमारा अच्छा और सच्चा पड़ोसी और मित्र ही नही हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ है।
“हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट