‘तिलक, तराजू और तलवार’ का नारा भूला नहीं है प्रबुद्ध समाज : सिद्धार्थ नाथ
नकली है मायावती का ब्राह्मण प्रेम, इनका असली प्रेम तो सिर्फ़ दौलत से है
लखनऊ, 07 सितंबर। राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रबुद्ध समाज सम्मेलनों के बहाने सवर्णों को एकजुट करने के बसपा की कोशिशों को छलावा बताया है। उन्होंने कहा है कि बसपा सुप्रीमो मायावती को सिर्फ दौलत से प्यार है। इस असली प्यार के अलावा आपका सारा प्यार नकली है। मंगलवार को जारी एक बयान में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि बसपा आज ब्राह्मण समाज के हित में दुबली हुई जा रही हैं। जबकि उत्तर प्रदेश का समाज ‘तिलक, तराजू और तलवार इनको मारे जूते चार’ का नारा भूला नहीं है। वह मायावती के बहकावे में नहीं आने वाला।
मायावती पर कटाक्ष करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि रंग बदलने में मायावती का कोई जवाब नहीं। अब बहुत देर हो चुकी है। उनके मुंह से जय श्रीराम और जय परशुराम के नारे अच्छे नहीं लगते। सत्ता में रहते हुए स्मारक बनाने के अलावा किया क्या? यहां तक कि खुद का भी स्मारक बना डाला। अब इस बाबत भी कुछ करने को नहीं बचा है आपके पास। ये स्मारक भी घोटाले के साबित हुए। रही बात सामाजिक भेदभाव की तो आप इसकी जीती जागती मिसाल हैं। आपकी सामाजिक समरसता की बातें सिर्फ दिखावा हैं। भाजपा के लिए सामाजिक समरसता सिर्फ नारा नहीं है। भाजपा इसको जीती है। पहली बार बिना भेदभाव के पूरी पारदर्शिता के साथ सरकारी योजनाओं का लाभ हर पात्र को मिलना इसका सबूत है।