*बंदी बोले, ’नहीं चाहिए रिहाई, हम जेल में ही सुरक्षित’*

*बंदी बोले, ’नहीं चाहिए रिहाई, हम जेल में ही सुरक्षित’*

*गाजियाबाद।* कोरोना काल में जेलों से अधिक से अधिक बन्दियों को पैरोल पर छोड़ने की मुहिम चल रही है, लेकिन गाजियाबाद की डासना जेल के चार बंदियों ने जेल प्रशासन को लिखित में जेल से बाहर जाने से इनकार कर दिया है और खुद को जेल में ही सुरक्षित बताया है। डासना जेल के अधीक्षक आलोक कुमार सिंह ने बताया कि चार बंदियों ने जेल प्रशासन को लिखित में दिया है कि वे जेल में ही सुरक्षित हैं। लिहाजा उन्हें जेल से छोड़ा ना जाए। उनका तर्क है कि कोरोना से बचाव के लिए जेल प्रशासन ने जो बंदोबस्त किए हैं वह अपने घर पर जाकर उस तरह के बंदोबस्त नहीं कर सकते। इससे उनकी जान को खतरा हो सकता है। वह जेल में ही ज्यादा सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि जिला जेल में 752 से अधिक उन बंदियों की रिहाई की जा चुकी है जो सात साल से कम सजा के प्रावधान में जेल में बंद थे। क्योंकि कोरोना जैसी महामारी से बचाने के उद्देश्य से सुप्रीम कोर्ट और शासन की गाइडलाइन के अनुसार जेल प्रशासन द्वारा उन्हें रिहा किया गया है। जिन चार बंदियों ने बाहर जाने से मना किया है, उनमें से दो धोखाधड़ी के मामले में जेल में है। जबकि एक चोरी के आरोप में तो एक आरोपित पोक्सो केस में निरुद्ध है। इस मामले से प्रदेश जेल अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।