महामारी के दौर में अपने आसपास का रखें ख्याल,
ऐसे मनाएं ईद का त्यौहार
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए जमीयत उलेमा हिंद दिल्ली प्रदेश ने मुसलमानों से ईद-उल-फितर का त्योहार बेहद सादगी से मनाने की अपील की है। बाबुल उलूम मदरसे में हुई एक बैठक में यह फैसला लिया गया। इस बाबत महासचिव मौलाना जावेद सिद्दीकी ने कहा कि महामारी के दौर में देश दुनिया के लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं। ऐसे में हमारा भी यह फर्ज है कि हम बिना किसी चमक-धमक के ईद-उल-फितर का त्यौहार बेहद सादगी के साथ मनाएं। इस दौरान इस बात का भी पूरा ख्याल रखें कि हमारे आस पड़ोस में कोई भी जरूरतमंद ऐसा न हो जो इससे महरूम रह जाए।
जमीयत उलेमा दिल्ली प्रदेश की एक अहम बैठक जाफराबाद स्थित मदरसा बाबुल उलूम में हुई। जिसकी अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष मौलाना दाउद अमिनी ने की। जबकि संचालन मौलाना जावेद सिद्दीकी कासमी ने किया। बैठक में कारी अहरार, मुफ्ती अब्दुल वाहिद कासमी, हाजी युसुफ, हाजी नफीस, मौलाना ओवैस, कारी अब्दुस समी समेत जिम्मेदार लोग मौजूद रहे।
बैठक में मशवरे से यह बात तय हुई कि जमीयत उलेमा की यह जिम्मेदारी बनती है कि इस तरह की अपील करें जहां मस्जिदों में कुरआन मुकम्मल हो रहा है वहां कोरोना संक्रमण से निजात के लिए दुआएं कराई जाएं। ताकि अल्लाह इस बीमारी से पूरी दुनिया की, पूरी इंसानियत की हिफाजत करे।
मौलाना जावेद सिद्दीकी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अभी लोग ईद का त्यौहार मनाते हुए सादगी का ख्याल रखें। बाजारों में किसी भी तरह की भीड़ भाड़ न करें। जिससे मुसलमानों की बदनामी हो। मौलाना ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि सरकार का साथ देते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी दिशा निर्देशों का पालन करें। घरों से बाहर न निकलें, मास्क लगाकर रखें, दो गज की दूरी का ख्याल रखें और अपने हाथों को समय-समय पर धोते रहें।
मौलाना जावेद सिद्दीकी ने सभी के लिए यह अपील है कि ईद का त्यौहार सादगी से मनाएं। आगे जिंदगी रहेगी तो अच्छे अंदाज में फिर ईद मना लेंगे। किसी भी तरह की फिजूल खर्च न करते हुए अपने आसपास रहने वालों के ख्याल रखें। कोई परेशान हाल है तो पहले उसे देखें और उसकी मदद करें। इस्लाम भी यही कहता है कि को जो आप अपने लिए पसंद करें दूसरों के लिए भी वहीं पसंद करें।