जिला अस्पताल के 17 डाक्टर भी संक्रमण की चपेट में…
गुरुग्राम, 29 अप्रैल। कोरोना संक्रमण का कहर स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों व स्टाफ पर बढ़ रहा है। सेक्टर-10 जिला अस्पताल में कार्यरत 17 डाक्टर कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से कुछ ठीक हो चुके हैं और कुछ का अभी भी इलाज चल रहा है। अस्पताल की प्रधान चिकित्सा अधिकारी भी कोरोना संक्रमित हैं।
अस्पताल में फैल रहे संक्रमण को लेकर स्टाफ व अन्य डाक्टर परेशान हैं क्योंकि बड़ी संख्या में अन्य स्टाफ भी इसकी चपेट में आ चुके हैं। सेक्टर-10 जिला अस्पताल में कोरोना मरीजों का इलाज व जांच का कार्य तेजी से चल रहा है। यहां पर कोरोना मरीजों के लिए 30 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है और इतने ही बेड का वार्ड उन मरीजों के लिए बनाया गया है, जिन्हें आक्सीजन की जरूरत है और कोरोना जांच रिपोर्ट का इंतजार है। ऐसे में इन दोनों वार्ड में काम करने वाले डाक्टर व अन्य स्टाफ के लिए संक्रमण का खतरा बना हुआ है। इमरजेंसी वार्ड में भी मरीजों की संख्या अच्छी खासी है, जिन्हें आक्सीजन दी जा रही है। अस्पताल में हर रोज पांच सौ से अधिक लोगों की आरटीपीसीआर कोरोना जांच की जा रही है। यह भी एक बड़ा कारण है।
कोरोनारोधी टीका लगवाने का अब मिला लाभ: कोरोना संक्रमित मिले अधिकतर डाक्टरों ने कोरोनारोधी टीका दोनों लगवा रखे हैं। डाक्टरों का कहना है कि यह सही है कि उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट संक्रमित मिली, लेकिन अच्छी बात यह है कि कोरोनारोधी टीका लगवा रखा था। इसलिए गंभीर बीमार नहीं हुए। वहीं सिविल सर्जन कार्यालय के दो उप सिविल सर्जन को भी संक्रमण हो गया है। दोनों डाक्टरों ने कोरोनारोधी टीका लगवा रखा है। दोनों डाक्टरों का कहना है कि कोरोनारोधी टीका लगवाने का लाभ मिला क्योंकि संक्रमित होने के बाद भी वह गंभीर रूप से बीमार नहीं हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…