*पुलवामा आतंकी हमले की दूसरी बरसी पर अब्दुल्ला परिवार घर में नजरबंद…..!*

*पुलवामा आतंकी हमले की दूसरी बरसी पर अब्दुल्ला परिवार घर में नजरबंद…..!*

*महबूबा मुफ्ती का भी दावा, उन्हे भी किया गया नजरबंद* *गुपकार इलाके में उमर अब्दुल्ला के घर के बाहर का दृश्य* 👆

*पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर दी जानकारी, गुस्से का किया इजहार*

*लखनऊ/जम्मू।* पुलवामा आतंकी हमले की दूसरी बरसी पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री/सांसद नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे/पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को नजरबंद कर दिया गया है। उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर ये बात कही है, वहीं पूर्व सीएम और पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती को पुलवामा जाने की इजाजत नहीं दी गई। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘यह’ अगस्त 2019 के बाद का नया जम्मू-कश्मीर है, बिना कुछ बताए हमें अपने घरों में बंद कर दिया गया है। यह बहुत बुरी बात है कि मेरे सांसद पिता और मुझे अपने ही घर में कैद कर दिया गया है, इसी तरह मेरी बहन और उनके बच्चों को उन्हीं के घर में बंद कर रखा गया है।’
उमर अब्दुल्ला ने कहा, चलो, आपके लोकतंत्र के नए मॉडल का मतलब है कि बिना किसी स्पष्टीकरण के हमे अपने घरों में बंद रखा जाता है, घर में काम करने वाले स्टाफ को भी घर में आने की इजाजत नहीं दी जा रही है। बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पिछले साल 24 मार्च को नजरबंदी से रिहा होने के बाद अपने घर पहुंचे थे। उमर को 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटने के साथ ही हिरासत में लिया गया था। नजरबंद रहने के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि उन्होने 232 दिनों की नजरबंदी के बाद हरि निवास को छोड़ दिया है, उनका कहना था कि 5 अगस्त 2019 के बाद बहुत ही अलग दुनिया है।
इससे पहले, पीडीपी अध्यक्ष एवं जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी शनिवार को दावा किया था कि पिछले वर्ष दिसंबर में यहां के पारिमपोरा इलाके में कथित मुठभेड़ में मारे गए तीन ‘आतंकवादियों’ में से एक अतहर मुश्ताक के परिजन से मिलने जाने से पहले उन्हे नजरबंद कर दिया गया है। बेटे का शव मांगने पर उसके पिता के खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया। उन्होने कहा कि क्या भारत सरकार कश्मीर आने वाले यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल को ये सामान्य हालात दिखाना चाहती है। (14 फरवरी 2021)
*विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,*