पुलिस महकमे को शर्मशार करने वाले चार पुलिसकर्मी नौकरी से बर्खास्त…

पुलिस महकमे को शर्मशार करने वाले चार पुलिसकर्मी नौकरी से बर्खास्त…

बड़ी कार्रवाई: एसपी बस्ती हेमराज मीणा 👆

लूट में पकड़े गए दरोगा व सिपाही हुए बर्खास्त 👆

हिंद वतन समाचार” पर 22 जनवरी को प्रमुखता से चली थी खबर 👆

बर्खास्त पुलिसकर्मियों में एक दरोगा भी: बस्ती से गोरखपुर जाकर स्वर्ण व्यापारी को लूटा था…

6 लोगों की हुई थी गिरफ्तारी, 12 पुलिस वाले हुए थे सस्पेंड…

लखनऊ/बस्ती। गोरखपुर में स्वर्ण व्यवसायी से लूट करने के आरोपी बस्ती पुलिस के दरोगा सहित चारों पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है, ये पुरानी बस्ती थाने में तैनात थे। शुक्रवार देर शाम नियुक्ति प्राधिकारी/आईजी परिक्षेत्र एके राय ने एसआई धर्मेंद्र प्रसाद यादव को पदच्युत करने का आदेश जारी किया। वहीं आरक्षी संतोष यादव, आरक्षी महेंद्र यादव और आरक्षी आलोक भार्गव को एसपी हेमराज मीणा ने बर्खास्त किया। गिरफ्तारी के दिन ही चारों को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कराई गई थी।
इन चारों पर 21 जनवरी को गोरखपुर के कैंट इलाके के रेलवे स्टेशन से महराजगंज के दो स्वर्ण व्यापारियों को अगवा कर नौसड़ के पास से 20 लाख रुपये का सोना, चांदी और 10 लाख नकद रुपये लूटने में शामिल होने का आरोप साबित होने के बाद यह कार्रवाई की गई है। बताते चलें कि “हिंद वतन समाचार” ने 22 जनवरी को इस मामले की खबर प्रमुखता से चलाई थी।
गोरखपुर पुलिस ने 24 घंटे के अंदर लूटकांड का पर्दाफाश करके दरोगा धर्मेंद्र यादव और दो सिपाहियों सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जबकि आशीष भार्गव की गिरफ्तारी दूसरे दिन की गई थी। एसपी ने बताया कि इन पर लगे आरोपों की विभागीय नियमावली के मुताबिक जांच कराई गई गई, जिसमें सभी पक्षों के बयान लिए गए। प्रतिकूल रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है।
इस मामले में थानाध्यक्ष पुरानी बस्ती अवधेश राज सिंह, उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र यादव, रामनगीना प्रसाद, हेड कांस्टेबल हरीश चन्द्र यादव, आलोक भार्गव, कांस्टेबल वृजेश यादव, आर्दश तिवारी, कृष्णानन्द प्रजापति, कृष्ण मोहन खरवार, आलोक सिंह यादव, महेन्द्र यादव व सन्तोष यादव को निलंबित कर दिया गया था। गिरफ्तार आरोपितों के पास से घटना में इस्तेमाल हुई बोलेरो, लूटी गई रकम व गहने बरामद किये गये थे। (13 फरवरी 2021)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,