एसटीएफः फर्जी डमतबींदकपेम ैपजम कम्पनी बनाकर विभिन्न बैकों के क्रेडिट कार्ड धारको का डेटा प्राप्त कर…

एसटीएफः फर्जी डमतबींदकपेम ैपजम कम्पनी बनाकर विभिन्न बैकों के क्रेडिट कार्ड धारको का डेटा प्राप्त कर…

करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर सरगना सहित 04 अभियुक्तों को किया गिरफ्तार…
         

दिनांकः 26-01-2021 को एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को संगठित गिरोह द्वारा फर्जी तरीके से डमतबींदकपेम ैपजम कम्पनी बनाकर विभिन्न बैकों के क्रेडिट कार्ड धारको का डेटा प्राप्त कर धोखाधडी करके ग्राहको का पैसा निकाल कर करोड़ो की ठगी करने वाले गिरोह का भण्डाफोड करके गिरोह के सरगना सौरभ भारद्वाज सहित 04 अभियुक्तों को गिरफ्तार करने मेें उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-
1- सौरभ भारद्वाज पुत्र आनन्द प्रताप सिंह मूल निवासी कोल्ड स्टोरेज कंपाउण्ड साबोर, भागलपुर, बिहार हाल पता- प्लाट नं0 84 द्वितीय फ्लोर, सूर्य नगर फेस-1, सेक्टर-91 फरीदाबाद हरियाणा ।
2- आस मौहम्मद उर्फ आशु पुत्र स्व.0 अली मौहम्मद निवासी 701 ए0बी0 ब्लाक गली नं0 1 संगम विहार, नई दिल्ली हाल पता फ्लैट नं0 ए 2204 ग्रीन फील्ड कालोनी फरीदाबाद हरियाणा।
3- लखन गुप्ता उर्फ गोलू पुत्र ओम प्रकाश गुप्ता निवासी के-806/19 संगम विहार, नई दिल्ली (उम्र करीब 29 साल)
4- शिवम गुप्ता पुत्र नेम प्रकाश गुप्ता मूल निवासी बादाम गडी नेरा मथुरा हाल निवासी म0नं0 807/19
संगम विहार, नई दिल्ली।
अभियुक्तों से हुई बरामदगी का विवरण-
1- 01 अदद लेपटाॅप (एप्पल)
2- 14 अदद मोबाइल
3- 01 अदद डायरी (जिसमेे विभिन्न डेटा लिखित में अंकित है)
4- 01 अदद स्कार्पियोे।
5- 01 अदद होण्डा सिटी (जो ठगी के पैसो से खरीदी गयी है)
6- 06 लाख 59 हजार रूपया नगद।
7- 61 पेज (जिनमें विभिन्न बैको के लगभग 6 हजार क्रेडिट कार्ड कस्टमर का डेटा अंकित है)
गिरफ्तारी का दिनंाकः 26.01.2021 समय 14ण्45 बजे बजे स्थानः सूर्य नगर कालोनी, फरीदाबाद, हरियाणा क्षेत्र।
विगत कुछ समय से एस0टी0एफ0 उत्तर प्रदेश को अन्य राज्योें मेें गिरोह द्वारा विभिन्न बैंकोें के फर्जी तरीके से क्रेडिट कार्ड धारको का डेटा प्राप्त कर के्रेडिट कार्ड धारको के साथ धोखाधड़ी करके धन अर्जित करने वाले गिरोह के सम्बन्ध मेें भिन्न-भिन्न सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। इसी परिपे्रक्ष्य मेें अपर पुलिस महानिदेशक, एसटी0एफ उ0प्र0 लखनऊ द्वारा ैठप् ब्ंतके ंदक च्ंलउमदज स्जक के प्रार्थना पत्र पर नोएडा एस0टी0एफ0 को जाॅच हेतु निर्देशित किया गया था। इस क्रम मेे कुलदीप नारायण, पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 मेरठ/गौतमबुद्धनगर के निर्देशानुसार, राज कुमार मिश्रा, अपर पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 नोएडा के पर्यवेक्षण तथा विनोद सिंह सिरोही, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ नोएडा के नेतृत्व मेे अक्षय पी0के0 त्यागी, एस0टी0एफ0 फील्ड यूनिट गौतमबुद्धनगर द्वारा टीम गठित कर इस प्रकार की ठगी करने वाले गिरोह के विरूद्ध जाॅच की कार्यवाही की जा रही थी। उल्लेखनीय है कि इसी संदर्भ मेें पूर्व से थाना खेरागढ, जनपद आगरा पर मु0अ0सं0 11/21 धारा 420 भादवि एवं 66सी आई0टी0 एक्ट का अभियोग पंजीकृत था।
अभिसूचना संकलन के दौरान अति महत्वपूर्ण एवं विश्वसनीय सूत्रोें के माध्यम से ज्ञात हुआ कि दिनंाक 26-01-2021 को उपरोक्त ठगी का सरगना सौरभ भारद्वाज अपने फरीदाबाद स्थित मकान पर अपने साथियो के साथ पैसे के बटवारे एवं बैक के डेटा के लिए एकत्र होगा। इस सूचना को विकसित करने के उपरान्त समस्त तथ्योें से थाना खैेरागढ, जनपद आगरा के उक्त अभियोग के विवेचनाधिकारी को अवगत कराते हुए सहयोग हेतु साथ लिया गया। तत्पश्चात एस0टी0एफ0 नोएडा की टीम द्वारा गन्तव्य स्थान पर पहॅुचकर थाना खेरागढ, आगरा की पुलिस के सहयोग से उपरोक्त चारोे व्यक्तियोें को उपरोक्त स्थल से गिरफ्तार कऱ लिया गया, जिनमेें अभिलेखो के साथ-साथ उपरोक्त बरामदगी हुयी।
गिरफ्तार किये गये अभियुक्त आस मोहम्मद उर्फ आशु ने पूछताछ पर बताया कि वह बी0ए0 पास है। बताया कि वह वर्ष 2012 मेें दिल्ली आ गया था और उसने वर्ष 2012 से 2014 तक सेैलून का काम किया। उसके बाद ओखला दिल्ली के एक काॅल सेन्टर मेें काम करने लगा, जहाॅ पर सौरभ भारद्वाज एवं मोनिका भारद्वाज भी काम करते थे और वही पर काम करने वाले लड़के अजीत पाल से सौरभ भारद्वाज व उसने (आस मोहम्मद उर्फ आशु) विभिन्न बैकों के क्रेेडिट कार्ड धारको का डेटा लेकर फर्जी काॅल करके पैसा निकालने का काम सीखा और उसके बाद वर्ष 2017 मेें सौरभ भारद्वाज व उसने (आस मौहम्मद उर्फ आशु) अपना अलग काम करना शुरू कर दिया और इन लोगों ने ई-काॅमर्स की फर्जी डमतबींदकपेम ैपजम भी बनायी। इन लोगों ने च्त्।ज्।च् म्छज्म्त्च्त्प्ैम्ै नाम की एक कम्पनी बनायी, जिसका प्रोपराइटर सौरभ भारद्वाज था तथा उसमें वह (आस मोहम्मद उर्फ आशु) पार्टनर था। सौरभ भारद्वाज का मुख्य काम वेबसाईट बनाना और विभिन्न बैंकोें के क्रेडिट कार्ड धारकों का डेटा एकत्र करना था, सौरभ भारद्वाज यह डेटा मोनिका भारद्वाज से लेता था और इसके बदले मोनिका भारद्वाज को 35/- रूपये प्रत्येक डेटा के हिसाब से देता था, इस बैकिंग डेटा का प्रयोग यह लोग विभिन्न बैकों के क्रेडिट कार्ड धारकों को काॅल करके उनको विश्वास मेें लेकर उनसे ओ0टी0पी0 नम्बर एवं गुप्त पिन कोड प्राप्त करके ग्राहकों को अपनी बनाई हुई फर्जी च्त्।ज्।च् म्छज्म्त्च्त्प्ैम्ै की साईट पर जाकर शाॅपिग के नाम पर क्रेडिट कार्ड हाॅल्डर का पैसा निकालकर च्त्।ज्।च् म्छज्म्त्च्त्प्ैम्ै के बैक मेें एकाउन्ट मेें भेज देते थे और फिर तत्काल स्थानान्तरण करके कैश निकाल लेते थे। बाद मेें आस मोहम्मद उर्फ आशु ने अपने पडोसी लखन गुप्ता को भी इस काॅलिंग के कार्य मेें जोड़ लिया था। इसी प्रकार आस मोहम्मद उर्फ आशु ने अपने एक अन्य पडोसी शिवम गुप्ता को भी इस धंधे मेें जोड़ लिया था, जो काॅलिंग करने का काम करता था। इसके पश्चात सौरभ भारद्वाज ने एक और डमतबींदकपेम ैपजमए प्दकपं ैीवचल सपजम बनायी जिसका प्रोपराइटर आस मौहम्मद उर्फ आशु था। इसके अलावा शिवम गुप्ता के भी नाम पर डमतबींदकपेम ैपजमए शिव इन्टरप्राइजेज के नाम से बनाई। इस प्रकार उपरोक्त सभी लोग च्त्।ज्।च् म्छज्म्त्च्त्प्ैम्ै, प्दकपं ैीवचल सपजम एवं शिव इन्टरप्राईजेज ई-काॅमर्स वेवसाईट से फर्जी काॅलिग करके करीब एक करोड़ रूपये से अधिक, विभिन्न बैकोें के सैकडोे क्रेडिट कार्ड धारकों का पैसा धोखाधड़ी करके निकाल चुके हैं।
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि मुख्य रूप से विभिन्न बैकोें से क्रेडिट कार्ड का डेटा गलत तरीके से निकाल कर उनको मोनिका भारद्वाज नाम की महिला देती थी। मोनिका भारद्वाज पूर्व मेें एक प्रतिष्ठित काॅलिंग सेन्टर काम कर चुकी है, जो विभिन्न बैकोे के लिए काॅलिंग सेन्टर सुविधा उपलब्ध कराते है। लगभग 06 माह पूर्व मोनिका भारद्वाज ने इस कम्पनी को छोडकर अपना काम करना प्रारम्भ कर दिया। इसके अतिरिक्त गिरफ्तार अभियुक्त सौरभ भारद्वाज ने पूछताछ पर यह भी बताया कि मोनिका भारद्वाज ने उसको यह बताया था कि मोनिका के पास विभिन्न बैकोें के क्रेडिट कार्ड धारको के लगभग 07 लाख ग्राहकोें का डेटा उसके पास उपलब्ध है, जिसको बेचने के लिए वह अन्य लोगोे से भी संपर्क कर रही है। अभियुक्त सौरभ भारद्वाज ने यह भी बताया कि उसका जो सूर्यनगर, फरीदाबाद हरियाणा मेें मकान है वह मकान उसने इस ठगी के पैसे से ही खरीदा है, जिसकी कीमत लगभग 40 लाख रूपया है। अभियुक्त शिवम गुप्ता ने पूछताछ पर बताया कि वह पार्टनर के रूप मेें आस मोहम्मद एवं सौरभ भारद्वाज के साथ ठगी करने का काम करता था और उसका काम डेटा लेकर कस्टमर को काॅल करने का होता था। गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना खेरागढ, जनपद आगरा के मु0अ0सं0 11/21 धारा 420 भादवि एवं 66सी आई0टी0 एक्ट मेें दाखिल किया गया। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…