मोदी-योगी सरकार हठधर्मिता के दम पर किसानों की आवाज को दबा नहीं सकती: अरविन्द सिंह गोप…

मोदी-योगी सरकार हठधर्मिता के दम पर किसानों की आवाज को दबा नहीं सकती: अरविन्द सिंह गोप…

लखनऊ, 14 दिसंबर । समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव के आह्वान पर सोमवार को समाजवादियों ने जनपद में धरना प्रदर्शन किया। समाजवादी पार्टी के नेताओं ने योगी और मोदी सरकार को चेतावनी दी कि वह हठधर्मिता के दम पर किसानों की आवाज को दबा नहीं सकते। जब तक सरकार किसानों के लिए लाए गए तीन काले कानूनों को वापस नहीं ले लेती तब तक वह चैन से नहीं बैठेंगे। सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे। समाजवादियों ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी पुलिस के दम पर समाजवादियों की आवाज को दबाना चाहते हैं जो सफल नहीं होगा।

बाराबंकी में आज समाजवादियों ने केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों के खिलाफ धरना देकर किसानों के समर्थन में आवाज उठाई। बाराबंकी के गांधी भवन में गांधी प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठे एमएलसी राजेश यादव ने कहा कि हम लोकतांत्रिक तरीके से किसानों के समर्थन में धरना देना चाहते थे, मगर योगी सरकार हमारे इस लोकतांत्रिक अधिकार को भी छीनना चाहती है। लेकिन वह समाजवादी लोग हैं और झुकने वाले नहीं है हम किसानों की पार्टी हैं। किसानों की लड़ाई में अन्तिम समय तक साथ हैं। केन्द्र की सरकार ने जो किसानों के विरुद्ध तीन काले कानून लेकर आई है इसे वापस लेना ही पड़ेगा।

नगर के छाया चौराहे पर धरना दे रहे बाराबंकी से सदर विधायक धर्मराज उर्फ सुरेश यादव ने बताया कि हम अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर केवल धरना देने चाहते थे मगर योगी की पुलिस उन्हें घरों में कैद कर रही थी। वह घर के पिछले हिस्से से कूद कर आये हैं और धरना दे रहे हैं। हम किसानों के समर्थन में हैं और उनकी यह लड़ाई हम लड़ते रहेंगे, अगर सरकार न मानी तो सड़क जाम करेंगे।

अपने आवास के बाहर समर्थकों के भारी हुजूम के साथ धरने पर बैठे उत्तर प्रदेश के पूर्व काबीना मंत्री और समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेताओं में शुमार किये जाने वाले अरविन्द सिंह गोप ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में आज पूरे प्रदेश में समाजवादी धरने पर हैं, हम शान्ति पूर्ण धरना देने चाहते है और यह सरकार पुलिस के दम पर आंदोलन को दबाना चाहती है। हम सभी गिरफ्तार हैं हमारे सभी नेता और पूर्व विधायक गिरफ्तार है। हम किसानों की लड़ाई को अन्तिम दम तक लड़ते रहेंगे और यह चेतावनी हम सरकार को देना चाहते हैं। सरकार को याद रखना चाहिए कि जब लोकतंत्र में जनता सड़कों पर आती है तो बड़े-बड़े तानाशाहों को भी गद्दी छोड़ कर भागना पड़ा है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…