योगी सरकार के “बुलडोजर” से यूपी में बड़े-बड़े माफियाओं के होश फाख्ता…
ज्ञानपुर के विधायक विजय मिश्रा के घर पर चल चुका है बुलडोजर 👆
बाहुबली विधायक के परिजन खुद गिरवा रहें हैं अपने शाॅपिंग काॅम्पलेक्स का अवैध हिस्सा…
लखनऊ। प्रदेश की योगी सरकार लगातार बाहुबलियों और उनके खास गुर्गों के खिलाफ कार्रवाई में जुटी हुई है, चाहें वह अतीक अहमद हों या विजय मिश्रा, मुख्तार अंसारी हों या फिर दिलीप मिश्रा, सभी के अवैध निर्माण के खिलाफ लगातार बड़े पैमाने पर हो रही कार्रवाइयों ने आर्थिक रूप से उनकी कमर तोड़कर रख दी है। बाहुबलियों में अब सरकारी बुलडोजर को लेकर इतना भय समा गया है कि वे खुद ही अपने अवैध निर्माण गिराने लगे हैं। इसका ताजा उदाहरण भदोही के विधायक विजय मिश्र के अवैध शॉपिंग कॉम्प्लेक्स से जुड़ा है।
विधायक विजय मिश्र के परिजन प्रयागराज में बने अपने कॉम्प्लेक्स को पूरी तरह ध्वस्त होने से बचाने के लिए उसकी ऊपरी दो मंजिलों को खुद ही गिरवाने लगे हैं। विजय मिश्र के करोड़ों रुपये के आशियाने को सरकारी अमला पहले ही जमींदोज कर चुका है। विजय मिश्रा का अल्लापुर स्थित आलीशान बंगला गिराने के बाद यहीं बना शॉपिंग कॉम्प्लेक्स भी प्रदेश सरकार के रडार पर था और उसे जल्द गिराया जाना था पर कानूनी दांवपेच के चक्कर में रुका हुआ था। इससे पहले ही बाहुबली विजय मिश्रा के घरवालों ने एक कांट्रैक्टर को ऊपर की दो मंजिला तोड़ने के काम में लगा दिया है।
बताया जाता है कि इस काॅम्पलेक्स का प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) से दो मंजिला का नक्शा पास करवाया गया था, लेकिन विजय मिश्रा ने अपने बाहुबल के दम पर दो मंजिला से अधिक इमारत और नीचे शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनवा लिया था जिसे पीडीए ने अवैध करार दे दिया। इस कॉम्प्लेक्स में बेसमेंट समेत नीचे की दो मंजिल पर बीस से ज्यादा दुकानें और शोरूम हैं, जबकि ऊपर की दो मंजिल पर कार्यालय और लॉज चलते थे। विकास प्राधिकरण से सिर्फ दो मंजिल का ही नक्शा पास कराया गया था।
डेढ़ दर्जन मजदूर और इंजिनियर लगे हैं काम में…..
विजय मिश्र के परिवार ने हाईकोर्ट में अंडरटेकिंग देकर अवैध निर्माण को खुद ही गिराए जाने की बात कही है। कॉम्प्लेक्स को पूरी तरह ध्वस्त होने से बचाने के लिए विजय मिश्र के परिवार ने एक कांट्रैक्टर को ऊपर की दो मंजिल गिराने का ठेका दे दिया है और ऊपरी दो मंजिलों को तोड़े जाने का काम भी शुरू हो गया है। इस काम में तकरीबन डेढ़ दर्जन मजदूर और इंजिनियर लगे हुए हैं। कहीं हथौड़े चल रहे हैं तो कहीं ड्रिल मशीन के जरिये दरवाजों और खिड़कियों को तोड़ा जा रहा है। (12 दिसंबर 2020)
विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,