*बिना अधिग्रहण और बिना मुआवजा दिए किसानों की जमीन पर किया जा रहा है कब्जा…..*
*किसानों के साथ सपा नेता सिद्धार्थ सिंह ने दिया धरना: प्रोजेक्ट मैनेजर के विरुद्ध पुलिस को दी गई तहरीर*
*अखिलेश यादव को दी गई मामले की जानकारी, न्याय न मिलने पर हाईकोर्ट जाएंगे किसान*
*लखनऊ/बस्ती।* वैश्विक आपदा कोरोना महामारी में भी बस्ती जिले में किसानों का उत्पीड़न अधिकारियों द्वारा लगातार जारी है। यहां किसानों की जमीन का विधिवत ढंग से अधिग्रहण किए बगैर और बिना मुआवजा दिए उनकी जमीन पर कब्जा कर सड़क चौड़ीकरण कार्य के विरोध में आज सपा नेता सिद्धार्थ सिंह के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ताओं एवं किसानों ने खेतों एवं मार्ग पर धरना दिया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं।
बस्ती जिले में राम-जानकी मार्ग के चौड़ीकरण में किसानों की जमीन का बिना मुआवजा दिये सड़क निर्माण कराये जाने के विरोध में समाजवादी पार्टी के नेता एवं उ.प्र. आवास विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह ने आज दुबौलिया विकास खण्ड के सैनिया चौराहे के निकट स्थित बाग में शारीरिक दूरी का पालन करते हुये किसानों के साथ धरना दिया। उनकी मांग है कि किसानों को समुचित मुआवजा दिये जाने के बाद ही सड़क निर्माण का कार्य शुरू कराया जाय। सपा नेता ने बताया कि जबरिया निर्माण कराये जाने को लेकर इससे पूर्व राज्यपाल व जिलाधिकारी आदि को ऑन लाइन ज्ञापन भी दिया गया था परंतु कोई सुनवाई नहीं हुई।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारी हठधर्मिता पर अड़े हुए हैं और नेशनल हाइवे के गुंडे भी मनमानी कर रात में किसानों की जमीन पर अवैध ढंग से कब्जा कर रहे हैं, जो किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होने बताया कि इस बारे में दो दिन पूर्व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी को भी पूरे प्रकरण से अवगत करा दिया गया है। उन्होने कहा कि अधिकारियों की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी तथा वे लोग मामले को हाईकोर्ट तक ले जायेंगे। किसानों की कोई सुनवाई न होने के कारण ही सपा कार्यकर्ताओं को धरने पर बैठना पड़ा।
किसानों एवं सपा कार्यकर्ताओं के धरने पर बैठने की जानकारी मिलते ही प्रशासन मे हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे दुबौलिया थानाध्यक्ष ने किसानों को मनाने का प्रयास किया, बात न बनने पर उप जिलाधिकारी (हर्रैया) ने सपा नेता सिद्धार्थ सिंह से मोबाइल पर वार्ता कर आग्रह किया कि किसान धरना समाप्त कर दें, सोमवार को वार्ता के उनकी समस्या का समाधान करा दिया जायेगा।
सपा नेता सिद्धार्थ सिंह ने एनएच-227ए के प्रोजेक्ट मैनेजर के विरूद्ध दुबौलिया थाने में तहरीर भी दी है कि वे बिना किसानों के जमीन का मुआवजा दिलाये जबरिया सड़क निर्माण कराना चाहते हैं। यह किसानों के साथ सरासर अन्याय है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
चकदहा दुबौली दूबे एवं डेईडीहा के काश्तकारों ने हाईकोर्ट में रिट दाखिल कर मुआवजा भुगतान की मांग की है । हाईकोर्ट ने जिलाधिकारी को एक सौ बीस दिन में किसानों की मांग पर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया था जबकि वेदपुर मझियार विशुनपुरा भिउरा की रिट लाॅक डाउन की वजह से हाईकोर्ट में लम्बित है। हाईकोर्ट द्वारा दी गयी समय सीमा समाप्ति के बाद भी जिलाधिकारी की तरफ से किसानों की मांगों पर कार्रवाई न होने से आवास विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सपा नेता सिद्धार्थ सिंह ने आंदोलन छेड़ दिया है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट (हर्रैया) से फोन पर हुई वार्ता के बाद धरना समाप्त किया गया।
*विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,*