होली मिलन समारोहों पर कोरोना का ग्रहण ! लखनऊ में इस बार कई बड़े होली मिलन समारोह नहीं होंगे…

होली मिलन समारोहों पर कोरोना का ग्रहण ! लखनऊ में इस बार कई बड़े होली मिलन समारोह नहीं होंगे…

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं यूपी के मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि वे समारोहों में शामिल नहीं होंगे…

अरविंद केजरीवाल व उनके मंत्री होली नहीं खेलेंगे: डाॅक्टरों ने कहा- गले मिलने, हाथ मिलाने से बचें…

मध्यप्रदेश में होने वाला फिल्म जगत का सबसे बड़ा “आइफा अवार्ड” टला…

लखनऊ। कोरोना…! कोरोना…! कोरोना…! हर जगह बस इसी की चर्चा। पूरे देश में कोरोना का खौफ…। कोरोना के खौफ के चलते इस बार सदियों पुरानी होली समारोहों की भी पारंपरिक परंपरा टूटने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोबिंद एवं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित देश के अनेक नेताओं ने इस बार होली मिलन समारोह से दूरी बना ली है। इन लोगों ने ट्वीट कर ऐलान किया है कि कोरोना के चलते वे इस बार होली मिलन समारोह आयोजित नहीं करेंगे न ही होली मिलन समारोहों में शामिल होंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वे तथा उनके मंत्री इस बार होली नहीं खेलेंगे। उधर मध्यप्रदेश में इस माह के अंत में होने वाला फिल्म जगत का सबसे बड़ा “आइफा अवार्ड” समारोह कोरोना वायरस की आशंका के चलते टाल दिया गया है। इसकी नई तारीख का बाद में ऐलान किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ शहर जो रंगारंग होली एवं होली जुलूसों तथा होली मिलन समारोह के लिए अपनी अलग पहचान रखता है, इस बार यहां भी होली मिलन समारोहों पर कोरोना का ग्रहण लग गया है। अमीनाबाद-श्रीराम रोड व्यापार मंडल, लखनऊ व्यापार मंडल सहित व्यापारियों के कई बड़े संगठनों एवं खत्री सभा के साथ ही कई प्रमुख सामाजिक संगठनों ने भी होली मिलन समारोह इस बार न मनाने का ऐलान कर दिया है तो कई सामाजिक संगठनों ने इसकी तारीख काफी आगे बढ़ा दी है। इन संगठनों ने वायरस फैलने की आशंका के चलते यह कदम उठाया है। पारा के भारत रक्षा दल, राजाजीपुरम के जनकल्याण मंच ने भी होली मिलन समारोह रद्द कर दिया है।
उधर देश के नामी-गिरामी डाॅक्टरों ने भी कहा है कि होली परिवारीजनों/अपनों के साथ खेलें तो बेहतर रहेगा। डाॅक्टरों का यह भी कहना है कि होली पर गले मिलने व हाथ मिलाने से बचें। कोरोना की दहशत का आलम ये है कि गर्भवतियां एवं पुरुष वायरस की आशंका के चलते खुद जांच के लिए अस्पताल पहुंचने लगे हैं। डाॅक्टर भी हैरान/परेशान हैं लोग उनके पास आकर कहते हैं कि खराश है, कोरोना की जांच करा दीजिए। जिला प्रशासन ने भी आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं, खुले में मांस-मछली बेचने वालों के चालान किए जा रहे हैं। देश में कई स्थानों पर “मुझे क्रोना नहीं” का सार्टिफिकेट दिखाने पर एंट्री दी जा रही है। कोरोना के खौफ के चलते राजधानी की टूर एंड ट्रेवल्स एजेंसियों की अब तक करीब 50 करोड़ की बुकिंग रद्द हो चुकी है। लखनऊ में तो चीन से लौटे 3 यात्रियों की तलाश की जा रही है ताकि उनकी मेडिकल जांच करायी जा सके।

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,