पार्क की जमीन को स्क्रैप यार्ड बनाने का विरोध…

पार्क की जमीन को स्क्रैप यार्ड बनाने का विरोध…

गाजियाबाद, । औद्योगिक क्षेत्र में पार्क के लिए आरक्षित जमीन पर वाहनों का स्क्रैप यार्ड बनाने का विरोध शुरू हो गया है। नगर निगम से अनुमति लेकर जमीन पर झील और मिनी फॉरेस्ट विकसित करने वाली संस्था ने इसको बचाने के लिए मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। उक्त जमीन पर सड़क और पेड़ों को काटने के लिए चिह्नित करने पर विरोध शुरू कर दिया है। इससे पहले संस्था एवं औद्योगिक एसोसिएशन द्वारा इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी पार्क की जगह डंपिंग यार्ड बनाने के लिए याचिका दी गई।

मामला बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र स्थित पार्क की जमीन का है। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा करीब 9 एकड़ जमीन पार्क के लिए आरक्षित की गई है। इस जमीन पर कूड़ा-कचरा और जलभराव रहता था। तालाब विकसित करने वाली संस्था सेफ के अध्यक्ष विक्रांत तोंगड़ ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र में पार्क की जमीन पर कृत्रिम झील, पाथवे और मिनी फॉरेस्ट को विकसित किया गया। केंद्रीय जीएसटी विभाग और एनजीओ द्वारा अभी आधे हिस्से को विकसित कर इसका नामकरण नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर किया गया था। विक्रांत ने बताया कि इसी बीच पता चला कि निगम द्वारा शेष आधे हिस्से को संभागीय परिवहन विभाग को पुराने वाहनों के स्क्रैप यार्ड बनाने के लिए आवंटित कर दिया गया है। बता दें कि बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र एसोसिएशन द्वारा भी इसका लगातार विरोध किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शिकायत : दो दिन पहले निगम ने सड़क बनवाने का कार्य शुरू किया है। करीब पांच हजार पेड़-पौधों को चिह्नित कर इसे काटने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि पार्क की जमीन पर स्क्रैप यार्ड बनने से संस्था द्वारा बनाए जा रहे बायोडायवर्सिटी पार्क को झटका लगेगा। करोड़ों की लागत से विकसित कृत्रिम झील एवं मिनी फॉरेस्ट का भी अस्तित्व खत्म हो जाएगा। इसी मकसद से पर्यावरण कार्यकर्ता लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर नगर निगम द्वारा पार्क की जमीन के आवंटन को रद्द करने तथा परिवहन विभाग से स्क्रैप यार्ड नहीं बनाने के आदेश देने की मांग पर्यावरण हित में की गई है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…