लखनऊ। हिन्द वतन समाचार…
चुनाव आयोग ने बताया कि आज रात 10 बजे तक मध्यप्रदेश चुनाव के नतीजे आ सकते हैं मगर मध्यप्रदेश और राजस्थान में हार सकती है बीजेपी ऐसा चुनाव के बाद आए एग्जिट पोल के नतीजों के अनुसार कहा जा रहा है देश के दोनों बड़े राज्यों में कांग्रेस एक बार फिर लम्बे इंतज़ार के बाद सत्ता में आ सकती है. जबकि कुछ एग्जिट पोल की माने तो बीजेपी फिर से राज कर सकती हैं।
जहाँ बीजेपी फिर से एक बार मध्यप्रदेश और राजस्थान प्रदेश में सत्ता पाने की बात कह रही है बीजेपी अनुसार वो भारी बहुमत के साथ इन दोनों राज्यों में चौथी बार सरकार बना सकती हैं, कांग्रेस पार्टी अपनी पूरी ताकत मध्यप्रदेश चुनाव में झोंकते हुए इस राज्य में 140 सीटें जीतने का दावा ठोंका है।
राजस्थान में वसुंधरा राजे का आज भरोसा और दोबारा मुख्यमंत्री बनने का सपना दोनों टूटता नज़र आ रहा है. वहीं राजस्थान की आम जनता एक तरफ बीजेपी से नाराज़ है और साथ ही काफी गुस्से में भी है और कांग्रेस का कहना है कि जनता बीजेपी को राजस्थान में करारा झटका देगी।
पार्टी इस बार बहुत बड़े बहुमत के साथ सत्ता में आएगी ये कहना है कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कमलनाथ का, और वहीँ मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी में अंदरूनी कलह और खेमेबाजी की खबरें गर्म है . ये भी कहा जा रहा है पार्टी के ज्योतिरादित्य सिंधिया और वरिष्ठ नेता कमलनाथ के बीच बहुत सारे मुद्दों पर विवाद है और आपसी सहमति नहीं बन पा रही है।
बीजेपी को जहाँ छत्तीसगढ़ में बड़ा झटका लगा है वहीँ पूर्ण बहुमत के साथ कांग्रेस अपनी सरकार बनाने के लिए तैयार है. ये भी कहा जा रहा है कांग्रेस अब भाजपा के लिए चुनौती बन गई है दूसरी बात ये है कि मायावती और अजित जोगी का गठबंधन भी भाजपा के लिए चिंता कि वजह बताया जा रहा है, वहीँ छत्तीसगढ़ से बीजेपी का सफाया होता नज़र आ रहा है और कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना रही है।
छत्तीसगढ़ में किंग मेकर की भूमिका निभा सकता है मायावती-अजीत जोगी का गठबंधन क्योंकि अगर किसी के पास बहुमत न हुआ तो ये स्थिति तय मानी जा रही है।
वहीँ बीजेपी का हाल तेलंगाना में बहुत ही ज़्यादा खराब नज़र आ रहा है. तेलंगाना कि जनता ने राज्य के मुख्यमंत्री केसीआर को एक बार फिर अपनी सरकार बनाने का मौका दिया है। मिजोरम में भी कांग्रेस अब बीजेपी की तुलना में ज़्यादा बेहतर नज़र आ रही है, जनता ने एक बार फिर कांग्रेस पर भरोसा जताया है अब आगे देखना है कि २०१९ के लोक सभा चुनावों में किस तरह के परिणाम आते है और जनता किसको अपना रहनुमा चुनती है।