यूपीएससी परीक्षा में दो युवाओं ने मारी बाजी, जश्न का माहौल

यूपीएससी परीक्षा में बेगूसराय के दो युवाओं ने मारी बाजी, जश्न का माहौल

बेगूसराय। तमाम क्षेत्रों में कमाल कर रहे बेगूसराय के युवाओं ने एक बार फिर कमाल कर दिया है। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा जारी किए गए परिणाम में बेगूसराय के दो युवाओं ने अपने प्रतिभा का परचम लहराया है।जिला मुख्यालय के इटवा निवासी आशीष कुमार ने 226 वां रैंक तथा बीहट निवासी सुमित कुमार ने 687 वां रैंक लाकर बेगूसराय का मान बढ़ाया है। फाइनल रिजल्ट जारी होते ही बेगूसराय में हर ओर खुशी का माहौल है तथा विभिन्न राजनीतिक दलों-सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता तथा जनप्रतिनिधि दोनोंं के घर पर जाकर बधाई दे रहे हैं। बेगूसराय जिला मुख्यालय के इटवा निवासी आशीष कुमार ने घर पर रहकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी किया और दूसरी बार में देश की सबसे कठिन माने जाने वाले परीक्षा में सफल हुए।

जीडी कालेज के पूर्व प्राचार्य और इतिहासकार स्व. अखिलेश्वर कुंवर के पौत्र एवं नगर निगम के कनीय अभियंता अजीत कुमार के पुत्र आशीष ने यूपीएससी में 226वां रैंक प्राप्त किया है। पिता अजीत कुमार ने बताया कि आशीष की प्रारंभिक शिक्षा इटवा डीएवी स्कूल से हुई। 2009 में यहां से इंटर पास करने के बाद एनआइसी भोपाल से बी.टेक. किया। बी.टेक. करने के बाद आशीष ने आइआइएफटी से एम.बी.ए. कर फ्लिपकार्ट ज्वाइन किया। वहां कुछ दिनों के बाद ही मन नहीं लगने पर इस्तीफा देकर मारुति कंपनी के पटना जोन इंचार्ज बन गए। लेकिन अपने बाबा अखिलेश्वर कुंवर के सपनों को पूरा करने में आ रही बाधा के मद्देनजर 2018 में यह नौकरी भी छोड़ दिया तथा घर पर रहकर यूपीएससी की तैयारी करने लगे। पहली बार में सफल नहीं

होने पर भी हिम्मत नहीं हारी और दूसरी बार में देश में 226वां रैंक प्राप्त किया। आशीष के अलावा एक और छात्र बीहट के सुमित कुमार ने 687 वां रैंक लाकर देश में चर्चित अपने गांव को एक नई दिशा दी है। बीहट जागीर टोला निवासी अनिल कुमार सिंह के पुत्र सुमित कुमार ने 2008 में डीएवी एचएफसी से मैट्रिक उत्तीर्ण किया और न्यू ईरा एकेडमी से 12 वीं करने के बाद भोपाल से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल किया। उसके बाद अपने गांव की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए पूर्व केंद्रीय गृह सचिव बाल्मिकी प्रसाद सिंह और चर्चित आईपीएस अधिकारी विकास वैभव की प्रेरणा से यूपीएससी में सफलता प्राप्त किया है।

“हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट