दुग्ध व्यवसाय और जैविक खाद का प्रशिक्षण दिया
गोपेश्वर, 18 सितंबर। एसबीआई आर सेटी की ओर से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने तथा उनकी आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए आयोजित दुग्ध व्यवसाय तथा जैविक खाद बनाने की विधि का दस दिवसीय प्रशिक्षण शनिवार को पूरा हो गया।चमोली जिले के कर्णप्रयाग विकास खंड के चैकी गांव में आयोजित दस दिवसीय शिविर के
समापन के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि खंड विकास अधिकारी बीएस राणा ने कहा कि वर्तमान समय में दूध और जैविक खाद्य पदार्थों की बाजार में बहुत अधिक मांग है। विशेष कर कोरोना काल के इस दौर में स्वास्थ्य को बनाये रखने तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में जैविक उत्पादों की अहम भूमिका मानी जाने लगी है। अब लोग जैविक खेती को प्रोत्साहन देने लगे हैं। ऐसे में यदि महिलाऐं अपने क्षेत्र में दुग्ध व्यवसाय और जैविक खाद को बनाकर उसे स्वयं की खेती के साथ ही बाजार में
भी उपलब्ध करवाते है तो इससे उन्हें अच्छी आमदानी प्राप्त हो सकती है। आर सेटी के निदेशक अखिलेश कुमार ने कहा कि बैंक के माध्यम से दुग्ध व्यवसाय तथा जैविक खाद बनाने के लिए ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है जिसका लाभ लेकर महिलाऐं स्वयं का व्यवसाय शुरू कर सकती हैं। इस मौके पर मुख्य अतिथि ने प्रशिक्षण प्राप्त स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रमाण पत्र भी वितरित किये। प्रशांत सूरी, कार्यक्रम समन्वयक देवेंद्र सिंह राणा, चंद्रमोहन सिंह नेगी, गजेंद्र गैरोला आदि मौजूद थे।
“हिन्द वतन समाचार” की रिपोर्ट