पहले लैब ने बना दिया कोरोना पॉजिटिव, हडक़ंप मचा तो बताया निगेटिव
गाजियाबाद। एक तरफ जहां कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है, वहीं रविवार को निजी लैब द्वारा एक ही परिवार के पांच सदस्यों की पोर्टल पर पॉजिटिव रिपोर्ट जारी करने पर हडकंप मच गया। जिला स्वास्थ्य विभाग के पास शासन स्तर से भी फोन आने लगे। जब निजी लैब से संपर्क किया तो पता चला सभी की रिपोर्ट निगेटिव है। लैब ने गलती से रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड कर दी थी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली।
अगस्त की अपेक्षा सितम्बर माह में कोरोना शांत है। जबकि इन दिनों डेंगू, मलेरिया, स्क्रब टाइफस व बुखार लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर रहा है। वहीं कोरोना की तीसरी लहर की भी आशंका जताई जा रही है। इसी बीच रविवार को कविनगर में रहने वाले एक परिवार के पांच सदस्यों के संक्रमित होने की सूचना ने हड़ंकप मचा दिया। शासन के कोरोना अपडेट पोर्टल पर पांच लोगों को संक्रमित बताया गया था। हालांकि उनके साथ पता और मोबाइल नंबर दर्ज नहीं था। शासन स्तर से भी जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों से मामलें में पूछताछ की गई और जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। लेकिन रिपोर्ट गलत अपलोड कर दी गई थी।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि पोर्टल पर रिपोर्ट देखने के बाद वृंदा लैब से जानकारी की गई तब पता चला कि सभी की रिपोर्ट निगेटिव है, लेकिन गलती से पोर्टल पर पॉजिटिव अपलोड कर दी गई है। बाद में लैब की ओर से पोर्टल पर रिपोर्ट को निगेटिव कर दिया गया। हालांकि इस मामले में लैब से स्पष्टीकरण मांगा गया है। वहीं लैब संचालक डॉ. धु्रव शर्मा का कहना है कि परिवार के पांचों सदस्य का एंटीजन टेस्ट किया गया था, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव थी, गलती से स्टाफ ने पोर्टल पर पॉजिटिव अपडेट कर दिया। बाद में रिपोर्ट को निगेटिव अपडेट कर दिया गया है। वहीं स्टाफ को दोबारा ऐसी ना दोहराने के लिए चेतावनी दी गई है।
परिवार भी हो गया परेशान : लैब द्वारा जिस परिवार के सदस्यों की रिपोर्ट गलती से पोर्टल पर पॉजिटिव अपलोड की थी, दरअसल वह शहर का एक नामी डॉक्टर का परिवार है। जिससे उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव होने की सूचना भी तेजी से फैल गई। जिसके बाद उनके पास लोगों के फोन भी आने लगे। वह फोन पर स्वयं को निगेटिव बताते-बताते फोन पर परेशान हो गए।
हिन्द वतन’ समाचार की रिपोर्ट