तालाब से मन्नत के पैसे निकालने गई दो बच्चियों की हो गई मौत
नई दिल्ली। बादली की एमसीडी कालोनी स्थित तालाब में डूबने से दो बच्चियों की मौत हो गई। बच्चियों की पहचान बादली की भगवान पुर कालोनी निवासी खुशबू और निशा के रूप में हुई है। दोनों बच्चियां तालाब के पास लगे मेले को देखने गई थी। इस दौरान मन्नत के पैसे निकालने के लिए वह तालाब में उतरी थी। पुलिस ने दोनों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिवार को सौंप दिया है।
स्थानीय लोगों के अनुसार तालाब के चारों तरफ हर वर्ष बूढ़े बाबा का तीन दिवसीय मेला लगता है। बुधवार को यहां पर मेले की शुरुआत हुई थी, जिसमें काफी संख्या में लोग पहुंचे थे। बच्चियां भी यहां पर मेला देखने पहुंची थी। इस दौरान वह पानी में गई व डूब गई। देर शाम पुलिस को इसकी शिकायत की गई। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर मेले को यहां से हटाया। गोताखोरों ने जब तालाब में खोज शुरू की तो खुशबू का शव तो बुधवार रात को ही बरामद कर लिया गया, जबकि निशा का शव सुबह बरामद हुआ। तालाब में बच्चियों के डूबने से दहशत का माहौल है।
निशा के जीजा राजकुमार ने बताया कि बुधवार को वह अपने दोस्त के साथ मेला देखने गई थी। देर रात को उसका दोस्त निशा की चप्पलें लेकर घर आया और निशा के डूबने की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस को इसकी शिकायत की गई। वहीं निशा की मां का कहना है कि वह एक फैक्टरी में काम करती हैं। उनका वेतन दस सितंबर को मिलने वाला था, इसलिए उन्होंने निशा को पैसे मिलने के बाद मेले में ले जाने का वादा किया था। लेकिन बुधवार को जब वह काम पर गई थी। इस दौरान निशा अपने
दोस्तों के साथ मेले में गई। यहां पर लोग तालाब से बालू मिट्टी निकालने के लिए पांच रुपये देते हैं। उन्होंने आशंका जताई कि वह बालू निकालते समय ही डूब गई होगी, क्योंकि इन पैसों से मेले में खरीदारी करने की निशा बुधवार सुबह बात कर रही थी।वहीं सूत्रों का कहना है कि मेले के दौरान लोग मन्नत मांग कर पैसे तालाब में फैंकते हैं। बच्चे इन पैसों को निकालने के लिए तालाब में डूबकी लगाते हैं। इन बच्चियों ने भी पैसे निकालने के लिए डूबकी तो लगाई लेकिन सतह पर मिट्टी में ही फंस गई और उनकी मौत हो गई। स्थानीय लोगों के अनुसार इस तालाब में हर वर्ष किसी न किसी बच्चे की डूबने से मौत होती है।