गंडक और बूढी गंडक नदी में कटाव तेज, उपजाऊ जमीन के साथ गांव भी नदी में हो रहे है समाहित

गंडक और बूढी गंडक नदी में कटाव तेज, उपजाऊ जमीन के साथ गांव भी नदी में हो रहे है समाहित

मोतिहारी, 04 सितंबर। जिले मे बहने वाली नदियाें में आयी बाढ के साथ कटाव ने लोगों के जीवन को संकटग्रस्त बना दिया है। बाढ का पानी थोडा कम होते ही प्रवृति के अनुरूप कटाव तेज हो गया है। जिले के अरेराज, संग्रामपुर, मधुबनचकिया, व मेहसी प्रखंड क्षेत्र में कई जगहों पर इन नदियों के कटाव के कारण उपजाऊ भूमी ही नही गांव के कई घर बाढ के पानी में डूब गये है।

अरेराज प्रखंड के नगदाहां पंचायत के सखवां गांव के वार्ड नंबर 6 का पूरा अस्तित्व ही गंडक नदी ने समाप्त हो गया है। इस गांव के लगभग 50 से ज्यादा घर जल समाधि ले चुके है।अब यहां गंडक की धार बह रही है।यहां नवसृजित प्राथमिक विद्यालय को भी गंडक की धार ने बहा दिया है।मेहसी प्रखंड के चकी डेरवा,फुलवरिया सहनी टोला व भुडकुरवा गांव के पास बूढी गंडक के कटाव के कारण ग्रामीण पलायन को मजबूर हो गये है।

मधुबन प्रखंड के सबली एवं नरहरपकडी स्थित रिंग बांध के समीप भी बूढी गंडक नदी ने कटाव तेज कर दिया है।कटाव के बारे मे पूछे जाने पर डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि नदियों के कटाव की जानकारी मिली है और सिकरहना डिवीजन के कार्यपालक अभियंता को कटावरोधी कार्य यथाशीध्र शुरू करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि अभियंता कटावस्थल पर पहुंच गए हैं और कटावरोधी कार्य शुरु कर दिया गया है।