लाख कोशिशों के बावजूद भी आरा सदर अस्पताल कुव्यवस्था का शिकार: क्यामुद्दीन
आरा, 04 सितंबर। भाकपा माले के राज्य कमिटी सदस्य और आरा विधानसभा के पूर्व महागठबंधन प्रत्याशी क्यामुद्दीन अंसारी ने आरा सदर अस्पताल में व्याप्त कुव्यवस्था पर गहरी नाराजगी जताई है और कहा कि आरा सदर अस्पताल में मरीजों की जान भगवान भरोसे ही है।
आरा सदर अस्पताल के निरीक्षण के दौरान उन्होंने भारी संख्या में मरीजों की मौजूदगी के बावजूद ओपीडी में चिकित्सकों की गैर मौजूदगी को देख अस्पताल प्रबंधन पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जहां मरीजों को पानी चढ़ाया जा रहा है वहां अस्पताल का कोई अधिकृत व्यक्ति देखने वाला नहीं है।
उन्होंने आरा सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का भी निरीक्षण किया और इस दौरान उन्होंने देखा कि वार्ड के बेडों पर बेडशीट के बगैर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिकायत सुनने के लिए न प्रबन्धक मौजूद हैं और न ही डीएस मौजूद हैं।फोन लगाने पर फोन भी नहीं लगता।ऐसी स्थिति में समझा जा सकता है कि आरा सदर अस्पताल की कुव्यवस्था किस कदर सर चढ़ कर बोल रहा है।
क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि भोजपुर को तीन मंत्री मिले हैं पर अस्पतालों की व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में भाजपा का साथ लेकर चल रही सरकार में आरा सदर अस्पताल का ये हाल है तो धोबहां, पीरौंटा,जमीरा उप स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थिति क्या होगी,इसे सहज ही समझा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि भाकपा माले स्वास्थ्य बिहार, हमारा अधिकार आंदोलन चला रही है। इसी आंदोलन के तहत हम स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए आंदोलन कर रहे हैं। बिहार में बड़े पैमाने पर डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों के पद खाली है जिस पर शीघ्र बहाली होनी चाहिए।