बैलगाड़ी में सवार बरातियों संग पालकी से ससुराल पहुंचा दूल्हा, देखने के लिए उमड़ी लोगों की भीड़

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गोविंद देव जी मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने बताया कृष्ण जन्मोत्सव के बाद 31 अगस्त को श्रृंगार आरती के साथ नंदोत्सव मनाया जाएगा। इसके तहत छप्पन भोग की झांकी सजाई जाएगी। वहीं इस बार भगवान की शोभायात्रा भी नहीं निकाली जाएगी। मंदिर परिसर के अंदर ही ठाकुर जी को चांदी के रथ पर विराजमान करके शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसके अलावा शहर के प्रमुख पुरानी बस्ती के गोपीनाथजी मंदिर, जगतपुरा स्थित श्री कृष्ण बलराम मंदिर में भी जन्माष्टमी पर भक्तों का प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। हालांकि चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर मंदिर में हर वर्ष की तरह इस बार भी दोपहर 12 बजे कृष्ण जन्मोत्सव हुआ।

गौरतलब है कि कोरोना को देखते हुए आराध्य गोविंद देव जी मंदिर के साथ-साथ गोपीनाथ जी, राधा-दामोदर जी, सरस निकुंज, ब्रजनिधि जी, आनंद कृष्ण बिहारी जी, श्री कृष्ण-बलराम, श्रीकृष्ण-दाऊ जी सहित सभी मंदिरों जन्माष्टमी पर पिछले साल की तरह इस साल भी भक्त दर्शन नहीं कर पा रहे है। हालांकि गोविंद देव जी मंदिर में भक्तों की सुविधा के लिए ऑनलाइन झांकियों के दर्शन की व्यवस्था की गई है।