सड़क दुर्घटना में मरे युवक का दारोगा ने लावारिस में करा दिया अंतिम संस्कार…
बेटे का चेहरा भी नहीं देख पाई मां…
मेरठ। खाकी पहने एक दारोगा की लापरवाही एक मां के लिए जीवन भर का मलाल बन गई। सड़क हादसे में मरे युवक की लाश का दारोगा ने लापरवाही से लावारिस में अंतिम संस्कार करा दिया। मां को जब मृतक बेटे के बारे में जानकारी हुई तो वह थाने पहुंची और शिकायत दर्ज कराई तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने भी अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश की तो महिला एसएसपी के पास पहुंच गई और वहां पर शिकायत दर्ज कराई। थाने में शिकायत पत्र देने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर उसको उम्मीद थी कि एसएसपी आफिस में उसकी शिकायत सुनी जाएगी लेकिन उसको अभी वहां से भी कोई न्याय नहीं मिला है। बेचारी बेटे की याद में रो-रोकर बदहवास हो चुकी है।
थाना जानी के चौबला गांव के रहने वाले लोकेंद्र पंवार अपनी पत्नी संगीता और इकलौते बेटे सूरज के साथ रोहटा रोड स्थित एक कॉलोनी में रहते हैं। संगीता के मुताबिक गत 4 जून को उनके इकलौते बेटे सूरज को उसका दोस्त गौरव बाइक पर बैठाकर ले गया था। दोनों देर रात तक भी घर नहीं लौटे तो उन्होंने संबंधित थाना पुलिस से संपर्क किया। सरधना पुलिस को ग्राम ईकड़ी के पास सूरज मृत और गौरव घायल अवस्था में मिला था। थाने के दारोगा दौलत राम मीणा ने शव मोर्चरी भिजवा दिया और गौरव को मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया। संगीता का आरोप है कि पता होने के बाद भी दारोगा व अन्य पुलिसकर्मियों ने सूरज के शव का अंतिम संस्कार लावारिस में करा दिया। मृतक सूरज की मां संगीता का आरोप है कि घटना के इतने दिन बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं एसएसपी आफिस में महिला की शिकायत सुने जाने के बाद सीओ ऑफिस रुपाली राय ने सरधना थाना प्रभारी बृजेश कुमार को पूरे प्रकरण की जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पूरी शिकायत जानने के बाद कहा कि हो सकता है कि ऐसा किसी अन्य वजह से हुआ है। जांच के बाद यह मामला स्पष्ट हो जाएगा। सीओ रूपाली ने कहा कि अगर दारोगा ने लापरवाही से ऐसा किया है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…