जोखिम भरा है ग्रीन कॉफी पीना…
अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग रहने वाले समय-समय पर पेय पदार्थों में बदलाव कर के कोई न कोई प्रयोग करते रहते हैं। दुनिया भर में लोग स्वस्थ और फिट रहने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं जिससे कम समय में स्वास्थ्य लाभ हो। इसके लिए ग्रीन टी का चलन काफी समय से है। अब इस कवायद में ग्रीन काफी भी प्रयोग की जा रही है। ग्रीन काफी के लाभ और नुकसान को लेकर कई तरह के शोध किए जा रहे हैं। अब सवाल ये उठता है कि ग्रीन कॉफी है क्या? ग्रीन कॉफी और ग्रीन टी में अंतर क्या है? ग्रीन कॉफी असल में कच्चे, बिना सिंके हुए कॉफी के बीज होते हैं। इन्हें ऐसे ही पीस कर काम में लाया जाता है। चूंकि ये प्राकृतिक रूप में ही काम में लाए जाते हैं इसलिए इसे ग्रीन कॉफी कहते हैं।
वजन घटने के लिए होता है प्रयोग
ग्रीन कॉफी का प्रयोग दुनियाभर में वजन घटने के लिए विकल्प के तौर पर किया जा रहा है। लोग इसे तेजी से अपना भी रहे हैं। जानकारों को मानना है कि रोस्ट होने के बाद कॉफी के बीजों में मौजूद कुछ हेल्दी, प्राकृतिक रसायन नष्ट हो जाते हैं।
शोधकर्ताओं का कहना है कि यदि आप अपने वजन से परेशान हैं तो ग्रीन कॉफी पीना फायदेमंद होगा। लेकिन कुछ शोध यह साबित करते है कि ग्रीन कॉफी का सेवन करने वाले लोग, इसे न पीने वालों की तुलना में 7-6 किलो वजन घटा सकते हैं। इतना ही नहीं, इससे शरीर में फैट जमा होने की प्रक्रि या भी कम हो जाती है और हाई ब्लड प्रेशर से भी छुटकरा मिलता है।
एंटी एजिंग में भी ग्रीन कॉफी काफी मददगार है, ये उम्र बढ़ने की प्रक्रि या को धीमा कर देती है। जैसा कि आपको हमने पहले बताया है कि कॉफी के बीन्स को भूना नहीं जाता है, इसका कच्चे रूप में ही सेवन किया जाता है। इसलिए इसमें सामान्य कॉफी की तुलना में कैफीन की मात्रा कम होती है। हालांकि कैफीन वजन कम करने में मदद करता है और आपकी एकाग्रता में सुधार लाता है, लेकिन इसका ज्यादा सेवन करना आपके स्वास्थ के लिए हानिकारक हो सकता है।
हो सकता है नुकसान
किसी भी चीज का सेवन यदि हद से ज्यादा किया जाए तो वह तकलीफदेह होता है। ग्रीन कॉफी के मामले में भी ये बात लागू होती है। इसके ज्यादा सेवन से साइड इफेक्टस भी हो सकता है। इनमें से कुछ साइड इफेक्टस इस प्रकार हैं- डायिबटीज, ग्लूकोमा, सर दर्द, हाई ब्लड प्रेशर, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, पेट की खराबी तथा ब्लीडिंग डिसआॅर्डर्स आदि।
ग्रीन कॉफी पीने वालों के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना भी आवश्यक है, वरना इससे तकलीफ हो सकती है। इसे पीने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। डाक्टर बच्चे और गर्भवती महिलाओं को ग्रीन कॉफी पीने से मना करते हैं। गर्भवती महिलाओं को प्रॉपर डाइट की आवश्यकता होती है, ऐसे में ग्रीन कॉफी नुकसानदायक है।
इसके साथ ही कुछ विशेष औषिधयों का सेवन करने वालों के लिए भी ग्रीन कॉफी को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है क्योंकि ग्रीन काफी में मौजूद कुछ तत्व इन औषधियों के रसायनों को साथ मिलकर प्रतिक्रिया करते हैं। ऐसी औषधियों में हृदय रोग, कमजोर हड्डी, लंग डिसीज, मेनोपॉज, डिप्रेशन, स्कित्जोफ्रेनिया के लिए ली जाने वाली औषधियां शामिल हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…