बच्चें को निमोनिया और डायरिया से लड़ने की ताकत देती है विटामिन-ए…

बच्चें को निमोनिया और डायरिया से लड़ने की ताकत देती है विटामिन-ए…

बाल स्वास्थ्य पोषण माह का हुआ शुभारंभ…

शाहजहांपुर 28 जुलाई 2021 lबाल स्वास्थ्य पोषण माह का शुभारंभ एडीएम प्रशासन रामसेवक दुवेदी द्वारा अजीजगंज रामलीला मैदान में आयोजित टीकाकरण सत्र पर बच्चों को विटामिन-ए की दवा पिलाकर एवं फीता काटकर किया गया l बाल स्वास्थ्य पोषण माह एक माह तक चलेगा l इस दौरान 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को बुधवार, शनिवार को टीकाकरण सत्र पर नियमित टीकाकरण में मिजिल्स रूबेला का टीका लगवाने वाले बच्चों को विटामिन-ए दवा भी पिलाई जाएगी l

एडीएम प्रशासन रामसेवक दुवेदी ने कहा कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह के दौरान जनपद के 9 माह से 5 वर्ष तक के शत प्रतिशत बच्चों को नियमित टीकाकरण के साथ विटामिन-ए की दवा अवश्य पिलाएं l विटामिन-ए की दवा पिलाने से बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है जिससे बच्चा डायरिया ,निमोनिया और रतौंधी जैसी गंभीर बीमारियों से लड़ने के लिए सशक्त और मजबूत हो जाता है l कोरोना की तीसरी लहर को संज्ञान में रखते हुए बच्चों को सशक्त और मजबूत बनाएं हर बच्चे को विटामिन-ए की दवा पिलाएं l

डॉ .पुष्पेंद्र कुमार जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि बच्चों में विटामिन-ए की कमी से शरीर में हल्‍की थकान, रूखी त्‍वचा, रैशेज, एक्‍ने, रूखे बाल, बाल झड़ने, बार-बार इंफेक्‍शन होना, एनीमिया का अधिक खतरा, धीमा विकास होना, गले और छाती में इंफेक्‍शन, घाव न भरने जैसे संकेत मिलते हैं।
यदि गंभीर रूप से विटामिन-ए की कमी हो तो आंखों में धुंधलापन, तेज रोशनी से आंखें चुंधियाना, आंखों के सफेद हिस्‍सों पर पैचेज, रात में दिखाई न देना, आंखों में गंभीर रूप से ड्राईनेस जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। बच्‍चे में विटामिन-ए की कमी के संकेत दिखने पर बाल रोग चि‍कित्‍सक को दिखाएं।
बच्‍चे को आप चिकित्सक की सलाह पर सप्‍लीमेंट भी दे सकते हैं। यदि डायट से बच्चों के आहार में विटामिन-ए की पूर्ति न हो पाए तो सप्‍लीमेंटस से इसे पूरा किया जा सकता है l

डॉ.लक्ष्मण सिंह अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह के तहत 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को मिजिल्स रूबेला टीकाकरण के साथ टीकाकरण सत्र पर विटामिन-ए की दवा भी पिलाई जाएगी l
बाल स्वास्थ्य पोषण माह के दौरान जनपद के लगभग 4 लाख 39 हजार 902 बच्चों को विटामिन-ए की दवा पिलाने का लक्ष्य है। 9 माह से 12 माह तक के बच्चों को 1 लाख आई.यू (सूक्ष्म माप आधा चम्मच )तथा एक वर्ष से 5 वर्ष तक के बच्चों को 6 -6 माह के अंतराल 2 लाख आई.यू (सूक्ष्म माप 1 चम्मच ) अर्थात बच्चे को 9 माह से 5 वर्ष तक 9 बार मे कुल 17 लाख ई.यू विटामिन-ए पिलाई जाती है l
इस दौरान युगुल किशोर सांगुडी परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग , डॉ .कुमार गुंजन एसएमओ डब्लूएचओ, हुदा जेहरा डीएमसी यूनिसेफ, नवीन कुमार वर्मा डीएफपीएस यूपीटीएसयू आदि लोग उपस्थित रहे l

पत्रकार- दीपक कुमार की रिपोर्ट…