गोवर्धन के आन्यौर में बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं लोग…
भीषण गर्मी में समाजसेवी टैंकरों से बुझ रही है प्यास…
पेयजल की आपूर्ति से होती है गंदे पानी की सप्लाई…
दो साल से समस्या की ओर प्रशासन का ध्यान नहीं है…
समाजसेवी प्रमोद कसेरे कर रहे हैं सेवा…
गोवर्धन। गिरिराज जी की परिक्रमा के गांव आन्यौर में आमजन पीने के पानी की बूंद-बूंद के लिए मौहताज है। करीब दो साल से चल रही पीने के पानी की समस्या की ओर प्रशासन का ध्यान नहीं है। ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों से भी शिकायत कर समस्या का स्थायी समाधान करने के लिए गुहार लगाई है। बताते चलें कि आन्यौर में दो साल पहले गंदे पानी के कारण करीब तीस सौ लोग बीमार हो गये थे। कई बच्चों की बीमारी के कारण मौत भी हो गई थी। उस समय प्रशासन ने पानी की सप्लाई को कुछ दिनों के लिए रोक दिया था। इसके बाद सप्लाई सुचारू कर दी गई। बताया कि गया कि पानी की लाइन पुरानी हो जाने के कारण उसमें नालियों की गंदगी प्रवाहित हो जाती है। इस कारण लोग टंकी के पानी को पीने से कतराते हैं। पानी में सीवर की गंदी बदबू आती है। गर्मी के कारण पानी की जरूरत होने पर समाजसेवी लोग टैंकरों से पानी भिजवा रहे हैं लेकिन दस हजार से आबादी ऊपर होने के कारण टैंकरों से प्यास बुझाना मुश्किल है। गांव के ही रहने वाले भाजपा गोवर्धन मंडल के महामंत्री हरभान सिंह ने बताया कि दो साल से गांव में पानी की समस्या चल रही है। पुरानी पाइप लाइन नीचे दब गई हैं। नई पाइप लाइन बिछाई जाने वाली थी लेकिन पूरा काम नहीं हुआ है। मथुरा के समाजसेवी प्रमोद गर्ग कसेरे की समाज सेवा अनवरत जारी है। उनका ब्रजवासियों के प्रति अच्छा भाव है। वे तलहटी में अनेकों सेवा के प्रकल्प चला रहे हैं।
पत्रकार अमित गोस्वामी की रिपोर्ट…