कमाण्ड सेन्टर में प्रयुक्त आर्टीफिशियल इन्टेलीजेन्स युक्त साॅफ्वेयर से इन्टीग्रेट कराये जाने…

कमाण्ड सेन्टर में प्रयुक्त आर्टीफिशियल इन्टेलीजेन्स युक्त साॅफ्वेयर से इन्टीग्रेट कराये जाने…

की कार्यवाही हर हाॅल में सुनिश्चित करने की अपेक्षा सभी जिलाधिकारियों से की…

लखनऊ 30 जून। निदेशक, भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग उ0प्र0, डाॅ0 रोशन जैकब ने ओवरलोडिंग पर प्रभावी नियंत्रण हेतु पट्टाधारकों से खदान की निकासी स्थल पर वे-ब्रिज (तौल मशीन) लगवाकर निशेदालय में स्थापित कमाण्ड सेन्टर में प्रयुक्त आर्टीफिशियल इन्टेलीजेन्स युक्त साॅफ्वेयर से इन्टीग्रेट कराये जाने की कार्यवाही हर हाॅल में सुनिश्चित करने की अपेक्षा सभी जिलाधिकारियों से की है।
डाॅ0 जैकब ने बताया कि इस सम्बन्ध में पूर्व में दिये गये आदेशों का अक्षरसः अनुपालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये गये थे, लेकिन कतिपय पट्टाधारकों द्वारा उसका अनुपालन नहीं किये जाने तथा ओवरलोड उपखनिजों के परिवहन की शिकायतें मिल रही हैं। इस सम्बन्ध में उन्होने स्पष्ट निर्देश देते हुये कहा है कि सरकारी भूमि पर स्वीकृत खनन पट्टों पर स्थापित वे-ब्रिज का ई0एम0एम0-11 से इन्टीग्रेशन दिनांक 25 जून 2021 से किया गया है, जो आगामी खनन सत्र में भी लागू रहेगा। प्रत्येक वाहन का बिना माप किये ई-एम0एम0-11 का जेनेरेशन सम्भव नहीं रहेगा। उन्होने जारी दिशा निर्देशों में यह भी कहा है कि वे-ब्रिज में टेम्परिंग की सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता, इसलिये जिलाधिकारी अपने स्तर से नियमित अंतराल में बांट-माप विभाग से सत्यापन कराया जाना भी सुनिश्चित करें।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…