गांजा/ हुक्काबार के धुआं से उड़ता कानपुर…ज्योति बाबा…

गांजा/ हुक्काबार के धुआं से उड़ता कानपुर…ज्योति बाबा…

हर गली नशे के धुए से गुलजार…

बड़ी तेजी से किशोरावस्था को बना रहा अपना शिकार…

हर गली नुक्कड़ में 100 से 500 रुपये में बिक रही गांजे! की पुड़िया…

क्या बिना पुलिस की सरपरस्ती से कानपुर में इतना बड़ा नशे का व्यापार फल-फूल सकता है ?

कानपुर 23 जून l शहर की हर गली नुक्कड़ में नशा ड्रग्स,गांजा,हुक्काबार का कारोबार खूब फल-फूल रहा है। कभी नशे का धुआं पंजाब को उड़ा रहा था, लेकिन अब आंकड़ों पर नजर डालें तो यह यूपी की हवा में पूरी तरह से घुल गया है। हो भी क्यों न जब नशे के कारोबार की सरपरस्ती खुद खाकी करने लगे तो इसका बढ़ना भला कैसे रोका जा सकता है। सब कुछ जानने के बावजूद पुलिस एवं नारकोटिक्स डिपार्टमेंट नशे को लेकर खामोश है। गांजा व हुक्काबार का कश लगाने वालों में गरीब ही नहीं हाई सोसाइटी के किशोर युवा भी शामिल हैं। गांजा कानपुर की कई खास गलियों में खुलेआम बेचा जा रहा है। ऐसा नहीं है कि इस पर रोक लगाने के लिए पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। कई बार एसटीएफ और लोकल पुलिस ने गांजा,नशीली गोलियां,ड्रग्स की बड़ी खेप बरामद की है। जिसमें अब तक कई किलों गांजा व अन्य ड्रग्स पकड़ा जा चुका है। वहीं नेपाल से भी कानपुर में गांजा आ रहा है। उपरोक्त बात society योग ज्योति इंडिया व उत्तर प्रदेश वैश्य व्यापारी महासभा के संयुक्त तत्वाधान में कोरोना मिटाओ नशा हटाओ देश बचाओ अभियान के तहत आयोजित इ- संगोष्ठी शीर्षक नशे में लुटता बचपन हम खामोश क्यों ? पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख योग गुरु ज्योति बाबा ने कही, ज्योति बाबा ने आगे बताया की
बड़ा सवाल ! बड़ी मछली पुलिस की गिरफ्त से दूर क्यों.?
कहने को तो पुलिस गांजा,हुक्का बार के धंधे में लिप्त लोगों को गिरफ्तार करती है लेकिन सिर्फ छोटी मछली यानि सप्लाई करने वाले कैरियर और बिक्री करने वाले ही गांजा की खेप के साथ पकड़े जाते हैं। इस पूरे खेल के मास्टर माइंड कभी पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं। गांजा व ड्रग्स की सप्लाई के लिए महिलाओं, बुजुर्गो को यूज किया जाता है, वहीं इसकी सप्लाई पब्लिक ट्रांसपोर्ट से की जाती है।
हुक्काबार की आड़ में देह व्यापार का धंधा भी..
पिछले कई कथित रूप से चल रहे हुक्काबारों में जब पुलिस ने रेड की तो उसमें यह तथ्य भी निकल कर आए कि हुक्काबार की आड़ में देह व्यापार का धंधा भी जोरों पर चल रहा है और दुखद बात यह है कि पीने वालों में ग्यारह बारह साल के बच्चे भी लिप्त पाए गए हैं l
कानपुर में सर्वत्र सुविधा से उपलब्ध…
सूत्रों की माने तो कानपुर के कई विशिष्ट इलाकों में गांजा की खुलेआम बिक्री के साथ हुक्काबार जोरदारी से प्रचलन में है।
ज्योति बाबा ने जोर देकर कहा की
पुड़िया एक, रेट अनेक….
गांजा की पुड़िया का रेट और क्वालिटी पर भी धंधेबाजों का पूरा ध्यान रहता है। सौ रुपये से इसकी पुड़िया की शुरुआत होती है। सौ रुपये की पुड़िया में 5 ग्राम, 150 रुपये की पुड़िया में करीब 10 ग्राम व पांच सौ की पुड़िया में 25 ग्राम गांजा होता है। जिसे पीने वाले सिगरेट व ओसीबी (खास तरह की पन्नी) में इसे भरकर पीते हैं। हुक्काबारों में ग्यारह सौ रुपए से शुरू होकर ₹11000 तक की तंबाकू और दूसरे खतरनाक ड्रग्स के पैकेज दिए जाते हैं l संस्था के राष्ट्रीय संरक्षक डॉक्टर आरपी bhaseen व डॉ रविंद्र नाथ चौरसिया निवर्तमान अध्यक्ष आईएमए ने कहा कि
देश के विकास को बाधित करती युवा नशे की लत..
गांजे व हुक्काबार का नशा कॉलेज में पढ़ने वाले कई स्टूडेंट्स,किशोरबय बच्चे,प्रोफेशनल संस्थान में पढ़ने वाले बहुत से स्टूडेंट के साथ-साथ अलग-अलग फील्ड में जॉब वाले भी बड़ी संख्या में कर रहे हैं।
पुलिस की सरपरस्ती में चल रहा कारोबार…
गांजा व हुक्काबार का कारोबार कानपुर के तमाम क्षेत्रों में धड़ल्ले से चल रहा है क्या यह बिना पुलिस की सरपरस्ती के संभव है l प्रदेश अध्यक्ष सत्यप्रकाश गुलहरे ने कहा कि
देश के युवाधन को बचाने की पहल क्यों होनी चाहिए..
क्योंकि जिस देश की युवा शक्ति नशे के रोग में लिप्त हो जाती है उस देश का भविष्य बहुत अच्छा नहीं माना जाता है इसीलिए देश की युवा शक्ति को देश के बचपन को नशे के रोग से बचाने के लिए पुलिस के साथ नागरिक समाज सभी धर्मसंघ के लोगों को ठोस कदम उठाना ही होगा l
मिशन शक्ति की विमल माधव व मानवाधिकारवादी गीता पाल ने कहा कि नशे के चलते रोज़ हिंसा का शिकार बन रहे..बुजुर्गजन !
ऐसा देखा जा रहा है कि नशे के कारण नौजवान अपने परिवार के वृद्धजनों बुजुर्गजनों को रोज हिंसा का शिकार बना रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप घर का वातावरण साक्षात नरक बन चुका है इसीलिए आत्महत्या की दर बढ़ती जा रही है l प्रदेश महामंत्री गणेश गुप्ता ने कहा कि विनाश के इस तथाकथित कारोबार में समाज के सफेदपोश का है संरक्षण…
सूत्रों की माने तो तथाकथित मानव विनाश के इस कारोबार में हर क्षेत्र के सफेदपोश लोग संरक्षण दे रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप यह नशे का रोग हमारे बच्चों के बचपन को लील रहा है और गुनाह की दुनिया में झोंक रहा है l पुलिस जब इन अवैध नशे के कारोबारियों को जेल की सलाखों के पीछे करती है तो यही सफेदपोश पर्दे के पीछे से उन्हें छुड़ाने का काम करते हैं l ई- संगोष्ठी का संचालन शिक्षक नेता उमेश शुक्ला व धन्यवाद राष्ट्रपति शिक्षक पदक विजेता आर.सी शर्मा ने दिया अन्य भाग लेने वाले प्रमुख रामसुख यादव,राष्ट्रीय संगठन मंत्री,रोहित कुमार विजय कुशवाहा,विकास गौड़ एडवोकेट,संजीव गुरुजी, दीपक सोनकर,सोनू गुप्ता,संतोष मिश्रा,अनीता दुआ लक्ष्य संस्था इत्यादि थी l

रोहित कुमार
मीडिया प्रभारी
society योग ज्योति इंडिया

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…