डबल मर्डर: बेटे को खून से सना मिला घर…
पहली मंजिल पर मां तो ग्राउंड फ्लोर पर थी पिता की लाश…
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के लोनी बॉर्डर थाना इलाके के बलराम नगर डी-ब्लॉक में शुक्रवार को घनी आबादी के बीच लूटपाट के बाद सुरेंद्र सिंह ढाका (70) और उनकी पत्नी संतोष (63) की हत्या कर दी गई। घटना के वक्त पति-पत्नी अकेले थे। शाम करीब सवा 6 बजे बेटा घर पहुंचा तो ग्राउंड फ्लोर पर पिता व फर्स्ट फ्लोर पर मां मृत मिली। पुलिस के मुताबिक सुरेंद्र सिंह को गमछे और संतोष को प्लास्टिक के तार से गला घोंटकर मारा गया। पुलिस ने पंचनामा भर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। सुरेंद्र सिंह ढाका ब्याज पर पैसे देने का काम करते थे, जबकि उनकी पत्नी संतोष तीन साल पहले एएनएम के पद से रिटायर हुई थीं। दंपती के दो बेटे गौरव व रवि हैं। बड़ा बेटे गौरव की करीब दो साल पहले मौत हो चुकी है। उसकी पत्नी सुमन व बेटा-बेटी और छोटे बेटे रवि की पत्नी रितु व बेटा भी में साथ रहते हैं। गौरव व रवि की पत्नियां सुमन व रितु कुछ दिनों से अपने मायके गई हुई हैं। घर पर रवि और उसके माता-पिता रह रहे थे। रवि मोबाइल सेल्स का काम करता है। इंदिरापुरी में उसका ऑफिस है। वह घर से करीब 30 मीटर दूर चाचा के मकान में परचून की दुकान भी चलाता है।
रवि का कहना है कि शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे वह बाइक से दुकान पर पहुंचा और 3 बजे तक दुकान खोलने के बाद दुकान के ऊपर बने कमरे में ताश खेलने लगा। शाम करीब सवा छह बजे वह घर पहुंचा तो सामान बिखरा हुआ था और ग्राउंड फ्लोर पर पिता सुरेंद्र सिंह और पहली मंजिल पर कमरे में मां मृत पड़ी थी। मां के गले में प्लास्टिक का तार बंधा हुआ था, जबकि पिता के शव के पास गमछा पड़ा था।
रवि का कहना है कि उसकी मां संतोष के कानों के कुंडल गायब थे, जबकि तीन कमरों की अलमारियां भी खुली हुई थीं। जिनमें से कुछ कैश व जेवर गायब हैं। रवि का कहना है कि बदमाशों ने लूटपाट के बाद उसके माता-पिता की हत्या की है। सूचना मिलने पर एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा, सीओ लोनी अतुल सोनकर फोर्स के साथ मौकेपर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। वहीं, डॉग स्क्वॉयड और फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए।
एसपी ग्रामीण ने बताया कि रवि ने ब्रीफकेस गायब होने की बात कही थी, जबकि वह घर में ही मिल गया। इसके अलावा अलमारियों में रखा कैश भी ज्यों का त्यों है। ऐसी स्थिति में संभव है कि बदमाश लूटपाट की बजाय सिर्फ हत्या के इरादे से आए हों। हो सकता है कि गुमराह करने के लिए बदमाशों ने सामान फैलाया हो। एसपी ग्रामीण का कहना है कि कुंडल गायब होने के कारण लूटपाट के विरोध पर हत्या की घटना से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
रवि सुबह 6 से 9 दुकान पर बैठने के बाद ऑफिस चला जाता है, जबकि दोपहर को एक-दो घंटे के लिए घर आकर फिर से ऑफिस चला जाता है। शाम को फिर से कुछ घंटों के लिए दुकान खोलता है और फिर घर चला जाता है। लेकिन शुक्रवार दोपहर को वह घर की बजाय सीधे दुकान पर पहुंचा। स्थानीय लोगों ने दोपहर में दुकान खुलने से इनकार किया है। इसके अलावा दुकान के ऊपर बने कमरे में ताश की गड्डी, शराब की खाली बोतलें, गिलास, पानी की बोतलें मिलीं।
रवि के अनुसार वह दोस्तों के साथ ताश खेल रहा था। लिहाजा पुलिस दोस्तों के नाम पूछकर उन्हें पूछताछ के लिए थाने ले गई है। गौरव की मौत के बाद सुरेंद्र सिंह ढाका उसके बच्चों को आधी संपत्ति देने की बात कहा करते थे। हत्या के तार घर से तो नहीं जुड़े हैं, पुलिस इसकी खोजबीन में भी जुटी है। एसपी ग्रामीण का कहना है कि प्रथमदृष्ट्या लूटपाट के विरोध पर हत्या की बात मानकर मामले की जांच की जा रही है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…