घटिया निर्माण की ग्रामीणों की शिकायत जांच में सही पायी गई…

घटिया निर्माण की ग्रामीणों की शिकायत जांच में सही पायी गई…

“हिंद वतन” में 26 मई को प्रकाशित खबर 👆

पंचायत भवन की छत ढहाई गई, फिर से निर्माण शुरू…

मलिहाबाद (लखनऊ)। घटिया सामग्री का प्रयोग कर बनाये जा रहे पंचायत भवन की ग्रामीणों की शिकायत पर उच्चाधिकारियों ने जांच करवाकर छत तुड़वाकर फिर से छत के निर्माण की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
ग्राम पंचायत रसूलपुर के ग्रामीणों की शिकायत पर 25 मई को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा पंचायत भवन रसूलपुर की खबर प्रमुखता से अखबारों में प्रकाशित हुयी थी। मनरेगा योजना से इस गांव में करीब 17 लाख रूपयों की लागत से पंचायत भवन का निर्माण वित्तीय वर्ष 2020-21 से कराया जा रहा है। जो अभी भी निर्माणाधीन है। ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि इस पंचायत भवन में घटिया सामग्री का प्रयोग सचिव व पूर्व प्रधान ने कर लाखों रूपये हड़प लिये हैं। गत बृहस्पतिवार को हुयी बरसात में पंचायत भवन मे पड़ी मानक विहीन छत टपकने लगी थी।
ग्रामीणों की शिकायत के बाद ब्लाक के अधिकारियों ने खबरों का संज्ञान लेकर मौके पर पहुंच छत का स्थलीय निरीक्षण किया, जिसमें अधिकारियों ने छत मानक विहीन पायी। जिसके बाद ग्राम पंचायत सचिव शैलेश यादव को छत तोड़ कर दोबारा छत डलवाने के निर्देश दिये गए थे। अधिकारियों के आदेश के बाद आज मानकविहीन पड़ी छत को मजदूरों द्वारा ढहा दिया गया। पंचायतों में भ्रष्टाचार हो रहा है, ये ग्राम पंचायत रसूलपुर मे बनें पंचायत भवन के इस प्रकरण से साबित हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि छत में इतना घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया, जो मसाला प्रयोग किया गया वह अपने आप गिर रहा था। भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े पंचायत भवन की छत दोबारा डलवाने की कार्रवाई शुरू हो गई है, इसमें लाखों रूपयों का व्यय होगा। अगर पहले ही मानक के अनुसार छत डलवाई जाती तो सरकारी धनराशि का दुरूपयोग न होता।
इस सम्बन्ध मे सहायक विकास अधिकारी पंचायत रवींद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि शिकायत के बाद पंचायत भवन का स्थलीय निरीक्षण कराया गया। जिसमें मानविहीन छप पायी गयी थी। जिसके बाद सचिव को छत तोड़ने के निर्देश दिये गये थे। छत तुड़वा दी गयी है, अब दोबारा छत डलवाई जायेगी।

पत्रकार अभिषेक वर्मा की रिपोर्ट, , ,