कोरोना का कहर: एक ही परिवार के चार लोगों की मौत से दहशत का माहौल…
बुजुर्ग दंपत्ति और बेटे व बहू की दु:खद मौत 👆
6 और 8 साल की दो बच्चियों को बुआ के घर भेजा गया, घर पर लगा ताला…
लखनऊ/गाजियाबाद। कोरोना संक्रमण लगातार बड़ी संख्या में लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें महज तीन दिन में ही कोरोना के कारण लोगों की मौत हो रही है। ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद की क्रॉसिंग रिपब्लिक सोसायटी में सामने आया है, जहां कोरोना ने एक परिवार की पूरी खुशियां छीन ली हैं और दो मासूम बच्चियों को अनाथ कर दिया। पहले बच्चियों के पिता और दादा की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई। इसके कुछ दिन बाद ही बच्चियों की मां और दादी भी संक्रमित हो गईं, जिन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन, वे दोनों भी जिंदगी की जंग हार गई। इस तरह कोरोना ने पूरे परिवार को तबाह कर दिया। अब इस घर में महज दो मासूम बच्चियां ही बची हैं। परिवार के चार लोगों की मौत से पूरी सोसायटी में मातम के साथ डर का भी माहौल है।
क्रॉसिंग रिपब्लिक सोसायटी में रहने वाले राजकुमार राठी ने बताया कि क्रॉसिंग रिपब्लिक की पंचशील वेलिंगटन सोसायटी के टावर नंबर-दो के फ्लैट नंबर-205 में दुर्गेश प्रसाद अपनी पत्नी, पुत्र और पुत्रवधू के अलावा दो पतियों के साथ लंबे समय से रह रहे थे। दुर्गेश की 27 अप्रैल को कोविड-19 संक्रमण के चलते मौत हो गई। उसके बाद उनकी पत्नी संतोष और उनका बेटा अश्वनी और उसकी पत्नी निर्मला भी संक्रमित हो गए, जिन्हें शारदा अस्पताल में भर्ती किया गया था। इलाज के दौरान अश्वनी की भी मौत हो गई, जबकि उसके कुछ घंटे बाद ही अश्विनी की मां संतोष भी कोरोना से जिंदगी की जंग हार गई और कुछ दिन बाद ही निर्मला की भी मौत हो गई। इस हंसते खेलते परिवार में 27 अप्रैल से अभी तक कुछ दिन के अंदर ही चार लोगों की मौत हो गई।
कोरोना से तबाह हुआ हंसता-खेलता परिवार….
अब इस परिवार में केवल 6 वर्षीय और 8 वर्षीय दो मासूम बच्ची ही बची हैं। कोरोना ने इन मासूम बच्चियों के सिर से पहले दादा और पिता का साया छीना। उसके बाद दादी और मां का भी साया छीन लिया है। फिलहाल फ्लैट को बंद कर दोनों बच्चियों को उनकी बुआ के घर भेज दिया गया है। इस दर्दनाक घटना की जानकारी जैसे ही सोसायटी के लोगों को मिली तो लोग शोक में डूब गए।कोविड-19 संक्रमण बड़ी संख्या में लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है, इसके चलते यहां के लोग खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं। (11 मई 2021)
“हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट, , ,