उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फ़ोर्स के स्थापना दिवस पर उत्तर प्रदेश के…

उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फ़ोर्स के स्थापना दिवस पर उत्तर प्रदेश के…

पुलिस- जनो और प्रदेश वासियों को बहुत- बहुत बधाई…

लखनऊ 04 मई। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फ़ोर्स के स्थापना दिवस पर उत्तर प्रदेश के पुलिस- जनो और प्रदेश वासियों को बहुत- बहुत बधाई। तत्कालीन कल्याण सिंह मुख्यमंत्री उत्तरप्रदेश द्वारा 4 मई 1998 को एसटीएफ़ का गठन किया गया था। अजय राज शर्मा अपरपुलिसमहानिदेशक क़ानून- व्यवस्था इसके पहले प्रभारी और अरुणकुमार पहले एसएसपी / एसटीएफ़ बनाये गये थे।
बताते चलें कि उस समय श्रीप्रकाश शुक्ला यू॰पी॰/ बिहार में अपराध जगत का बेताज बादशाह बन चुका था। वह बिहार के राबड़ी देवी सरकार के मंत्री बृज बिहारी प्रसाद और उनके दो सुरक्षा कर्मियों की हत्या पटना के नामी अस्पताल में दिनांक 13-6-98 को ए॰के॰-47 से गोलियों के बौछार करके कर चुका था। उत्तर प्रदेश, विशेष कर लखनऊ में उसने पूर्व विधायक वीरेंद्रप्रताप शाही सहित एसपी पश्चिमी के रीडर एसआई आर॰के सिंह की भी हत्याकर चुका था। प्रसिद्ध दवाव्यापारी के अपहरण के दौरान पुत्र की हत्या, श्रीवास्तव लाटरी वाले की हत्या सहित राजधानी में कई सनसनीखेज़ बारदातें उसने की थी। कहा तो यहाँ तक जाता है क़ि उसने उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की भी हत्या की सुपारी लिया था। एसटीएफ़ का पहला टारगेट श्रीप्रकाश शुक्ला ही था।
गठन के बाद एसटीएफ़ ने 22-9-1998 को श्रीप्रकाश शुक्ला और उसके साथियों अनुज प्रताप सिंह और सुधीर त्रिपाठी को ग़ाज़ियाबाद में मुठभेड़ में मार गिराया। फिर एसटीएफ़ ने चम्बल और बाँदा- चित्रकूट पाठा के निर्भय गूजर, ददुवा, ठोकिया सहित दर्जन दुर्दांत डकैतों का सफ़ाया कर दिया। आज चम्बल और पाठा गैंग विहीन हैं और पहली बार पंचायत चुनाव बिना भय के सम्पन्न हुए है, अन्यथा इन गिरोहों का केवल फ़रमान ही चलता था।
यूपी एटीएस ( नवम्बर 2007) बनाये जाने के पहले एसटीएफ़ ने कई पाकिस्तानी आतंकवादियों का सफ़ाया किया था। पिछले वर्ष ही दुर्दांत विकास दुबे और मुख़्तार अंसारी गैंग के हनुमान पांडेय को एसटीएफ़ ने ही मार गिराया था।
यू॰पी॰ एसटीएफ़ ने उत्तरप्रदेश का परचम हमेशा लहराया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासन काल में यूपी पूलिस, एसटीएफ़, एटीएस का मनोबल बहुत बढ़ा। दुर्दांत अपराधी, माफिया सरग़ना जेलों में है या प्रदेश छोड़ कर भाग गये हैं।
बृज लाल आईपीएस ने आगे बताया कि मै भी एसटीएफ़ का साढ़े चार वर्ष तक प्रभारी रहा, जिसका मुझे गर्व है। एटीएस के गठन के बाद मै उसका भी पहला प्रभारी चार साल तक रहा। मै पुनः पुलिस- जनों और प्रदेशवासियों को एसटीएफ़ UPSTF के स्थापना दिवस पर बहुत – बहुत बधाई देता हूँ।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…