अब आर्मी बेस हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी…
रक्षा मंत्रालय को भेजा गया अलर्ट…
नईदिल्ली,04 मई । कोरोना की मार झेल रही राजधानी दिल्ली में अब कुछ राहत देखने को मिल रही है। एक ओर नए केसों की संख्या में कुछ हद तक कमी आई है, तो दूसरी ओर अब 18 साल से अधिक उम्र वालों का वैक्सीनेशन भी शुरू हो गया है। इसी बीच दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट बना हुआ है। अब आर्मी बेस अस्पताल में भी ऑक्सीजन की सप्लाई की दिक्कत आ गई है। अस्पताल में कई मरीजों का इलाज चल रहा है।
दिल्ली का ऑक्सीजन संकट अभी खत्म नहीं हुआ है। मंगलवार को दिल्ली के आर्मी बेस अस्पताल में ऑक्सीजन का संकट खड़ा हुआ है। सूत्रों की मानें तो दिल्ली सरकार द्वारा आर्मी के बेस अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई नहीं हुई। अब रक्षा मंत्रालय के सामने इस मसले को उठाया गया है। आर्मी बेस अस्पताल को हर दिन 125 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत है, लेकिन कम ही सप्लाई मिल पा रही है।
वहीं दूसरी तरफ मंगलवार को वैक्सीनेशन के इस चरण का दूसरा दिन है, ऐसे में उम्मीद है कि टीका लगने की रफ्तार कुछ हदतक बढ़ेगी। वैक्सीनेशन के नए चरण के पहले दिन यानी सोमवार को सेंटर्स पर भारी भीड़ देखने को मिली। क्योंकि दिल्ली के पास अभी साढ़े चार लाख के करीब वैक्सीन की डोज़ हैं, ऐसे में सीमित स्टॉक होने के कारण टीका लगने की रफ्तार भी कम है और सेंटर्स भी चिन्हित ही हैं, लेकिन इसकी रफ्तार बढऩे की उम्मीद है।
अगर दिल्ली में कोरोना के मामलों की बात करें, तो बीते दिन राजधानी में 18 हजार के करीब केस आए, बीते कुछ दिनों में नए केसों की संख्या के मामले में ये आंकड़ा कम है। हालांकि, बीते दिन मौतों की संख्या काफी बढ़ी है और कुल 448 लोगों की जान गई है। इस वक्त दिल्ली में अब 90 हजार के करीब एक्टिव केस हैं।
दिल्ली का ऑक्सीजन संकट अभी खत्म नहीं हुआ है। मंगलवार को दिल्ली के आर्मी बेस अस्पताल में ऑक्सीजन का संकट खड़ा हुआ है। सूत्रों की मानें तो दिल्ली सरकार द्वारा आर्मी के बेस अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई नहीं हुई। अब रक्षा मंत्रालय के सामने इस मसले को उठाया गया है। आर्मी बेस अस्पताल को हर दिन 125 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत है, लेकिन कम ही सप्लाई मिल पा रही है।
वहीं दूसरी तरफ मंगलवार को वैक्सीनेशन के इस चरण का दूसरा दिन है, ऐसे में उम्मीद है कि टीका लगने की रफ्तार कुछ हदतक बढ़ेगी। वैक्सीनेशन के नए चरण के पहले दिन यानी सोमवार को सेंटर्स पर भारी भीड़ देखने को मिली। क्योंकि दिल्ली के पास अभी साढ़े चार लाख के करीब वैक्सीन की डोज़ हैं, ऐसे में सीमित स्टॉक होने के कारण टीका लगने की रफ्तार भी कम है और सेंटर्स भी चिन्हित ही हैं, लेकिन इसकी रफ्तार बढऩे की उम्मीद है।
अगर दिल्ली में कोरोना के मामलों की बात करें, तो बीते दिन राजधानी में 18 हजार के करीब केस आए, बीते कुछ दिनों में नए केसों की संख्या के मामले में ये आंकड़ा कम है। हालांकि, बीते दिन मौतों की संख्या काफी बढ़ी है और कुल 448 लोगों की जान गई है। इस वक्त दिल्ली में अब 90 हजार के करीब एक्टिव केस हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…