जारी रखें गर्म पानी से गरारे करना, इसमें एक चुटकी हल्दी और नमक भी मिलाएं…

जारी रखें गर्म पानी से गरारे करना, इसमें एक चुटकी हल्दी और नमक भी मिलाएं…

भोपाल 29 अप्रैल। कोरोना संक्रमण के दौर से बचाव के उपाय ही सबसे कारगार हैं। आयुष विभाग ने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और बचाव के उपाय के तौर पर गाइडलाइन जारी की है। इसमें बताया गया है कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार एक चुटकी हल्दी और नमक के साथ गर्म पानी से गरारे करना चाहिए। नाक के प्रत्येक नथूने में प्रतिदिन सुबह अणु या तिल तेल की दो-दो बूंद डाली जा सकती हैं। अश्वगंधा चूर्ण के एक से तीन ग्राम चूर्ण को लगातार 15 दिन तक गर्म पानी के साथ लिया जा सकता है। सशंमनी बटी या गुडूची या गिलोय धनवटी 500 मिली ग्राम दिन में दो बार ले सकते हैं। यह तरीके भी अपनाएं – त्रिकटू पाउडर एक ग्राम, तुलसी तीन से पांच पत्तियां एक गिलास पानी में उबालकर पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। तुलसी की पत्तिां, दालचीनी, शुंडी और कालीमिर्च का काढ़ा भी उपयोगी है। होम्योपैथी में ऑक्सीजन उपयोगी है। होम्योपैथी में आर्सेनिक्स एल्बम-30 को कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ रोग निरोधी दवा के रूप में अपनाया जा सकता है। इसकी एक डोज खाली पेट तीन दिन उपयोग की जा सकती है। यूनानी चिकित्सा में शरबत उन्नाब 10-20 मिली ग्राम दिन में दो बार, तिर्याकनजला पांच ग्राम दिन में दो बार लिया जा सकता है। नथूने में रोग बनाफशा एक से दो बूंद डाला जा सकता है। अर्क अजीब की चारसे आठ बूंदे ताजे पानी में दिन में चर बार इस्तेमाल कर सकते हैं।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…