बाबिल ने शेयर की इरफान की दिल छू लेने वाली तस्वीर…
बताया- दर्द में भी खुशी ढूंढ़ रहे थे बाबा…
मुंबई, 29 अप्रैल । इरफान खान की गुरुवार को पहली बरसी है। 29 अप्रैल 2000 वह मनहूस दिन था, जब न्यूरोइंडोक्राइन ट्यूमर से पीड़ित इरफान ने आखिरी सांसें ली थीं। इरफान भले ही इस दुनिया में न हों, लेकिन उनकी यादें हमेशा हमारे साथ रहेंगी। पिता की पहली पुण्यतिथि पर इरफान के बड़े बेटे बाबिल खान ने उन्हें याद करते हुए एक बेहद इमोशनल नोट लिखा है। इरफान की एक पुरानी तस्वीर को शेयर करते हुए बाबिल ने उस दर्द को बयान किया है, जिसे इरफान कीमो थेरेपी के दौरान झेल रहे थे। बाबिल ने लिखा कि वह इरफान को कभी भूल नहीं पाएंगे। पिता की मौत ने उनकी जिंदगी में एक ‘फुल स्टॉप’ ला दिया है, जिसकी कमी कभी पूरी नहीं होगी।
बाबिल ने जो तस्वीर शेयर की है, उसमें इरफान अपने कमरे की टेबल को ठीक करते नजर आ रहे हैं। बाबिल ने कैप्शन में लिखा है, ‘कीमो आपको अंदर से जलाता है, इसलिए आप दूसरी सरल चीजों में आनंद ढूंढ़ते थे। अपने लिए टेबल बनाते थे, खुद के जर्नल्स लिखते थे। इसमें एक पवित्रता है, जिसे मैंने अभी तक डिस्कवर नहीं किया है। एक विरासत है जो पहले से ही थी। एक पूर्ण विराम। आपकी जगह कोई कभी नहीं ले सकता।’
इरफान खान ने टीवी से ऐक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। वह करीब 30 साल तक फिल्मी दुनिया के सफर पर रहे। 50 से अधिक हिंदी फिल्मों में काम किया। हॉलिवुड की फिल्मों में भी अपनी अमिट छाप छोड़ी। टीवी पर दूरदर्शन के दिनों में ‘चाणक्य’, ‘भारत एक खोज’ और ‘चंद्रकांता’ जैसे सुपरहिट शोज का हिस्सा रहे। ‘अंग्रेजी मीडियम’ इरफान की आखिरी फिल्म थी। जब वह गए, तब अपने पीछे एक शून्य छोड़ गए।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट ….