कोरोना महामारी का फायदा उठाकर रुपए “कमाने” में जुटे लोगों पर चला लखनऊ पुलिस का डंडा…

कोरोना महामारी का फायदा उठाकर रुपए “कमाने” में जुटे लोगों पर चला लखनऊ पुलिस का डंडा…

पैसे के लालची नाका पुलिस की गिरफ्त में 👆

अमीनाबाद पुलिस ने भी की धरपकड़ 👆

मानकनगर में बरामद नकली इंजेक्शन 👆

  ठाकुरगंज पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी 👆

अस्पताल मालिक सहित 4 और गिरफ्तार 👆

दो डाक्टरों सहित 18 लोग गिरफ्तार: 306 रेमडेसिविर इंजेक्शन, जिसमें 91 नकली व साढ़े सात लाख रुपए बरामद…

पकड़े गए लोगों में मेडिकल कॉलेज, क्वीन मेरी व लारी कार्डियोलॉजी कर्मी व एक अस्पताल मालिक भी…

लखनऊ। कोरोना वायरस की महामारी के बीच जीवन रक्षक दवाओं की किल्लत और पीड़ितों की मजबूरी का फायदा उठाकर रेमडेसिविर इंजेक्शनों की कालाबाजारी कर व नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन कोरोना पीड़ितों के तामीरदारों को बेचकर लाखों रुपए ऐंठने वाले 2 डाक्टरों एवं केजीएमयू, क्वीन मेरी व लारी कार्डियोलाजी अस्पताल के 3 कर्मचारियों व एक डी फार्मासिस्ट और एक निजी अस्पताल के मालिक सहित 18 लोगों को पिछले 24 घंटे में लखनऊ गकमिश्नरेट पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पकड़े गए लोगों के कब्जे से 215 रेमडेसिविर इंजेक्शन व 91 नकली इंजेक्शन एवं साढ़े सात लाख रुपए से अधिक की नगदी व 4 बाइक बरामद हुई हैं।
नाका एवं कैसरबाग पुलिस की टीम, जिसमें पुलिस कमिश्नर के मीडिया प्रभारी भी शामिल थे, ने कुंजुलपुर-गोंडा के राम सागर, सेक्टर 12-राजाजीपुरम के अमनदीप, बनिया खेड़ा-मोहनलालगंज के अंकुर वैश्य एवं संडीला-हरदोई के अंशु गुप्ता को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया जिनके पास से रेमडेसिविर के 116 इंजेक्शन, 1,94,310 रुपए व होण्डा लीवो (यूपी 32 केएम/1342), स्कूटी (यूपी 32 एलएक्स/3164) बरामद हुई। इस गिरफ्तारी में नाका इंस्पेक्टर मनोज कुमार मिश्रा, अतिरिक्त निरीक्षक राम सिंह, इंस्पेक्टर कैसरबाग प्रमोद कुमार मिश्रा, पुलिस कमिश्नर के पीआरओ (मीडिया), एसआई रमेश चंद्र वरुण, संजय शुक्ला, जनार्दन यादव, सर्वेश यादव, हेड कांस्टेबल रनवीर सिंह व कांस्टेबल सोनू यादव, मोनू, लालता प्रसाद, रोबिन सिंह, हिमांशु, स्वदेश शुक्ला, दीपक कुमार, रजनीश यादव व प्रभाकर कनौजिया ने प्रमुख भूमिका निभाई।
चार बाइक भी बरामद, सरगना की तलाश….
अमीनाबाद पुलिस ने नजीराबाद चौकी के पास से कश्मीरी मोहल्ला के आमिर अब्बास एवं यहियागंज के सौरभ रस्तोगी को रेमडेसिविर के 11 इंजेक्शनों व 39,000 रुपयों के साथ गिरफ्तार किया। इन्हे गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में इंस्पेक्टर आलोक कुमार, एसआई कर्ण प्रताप सिंह, सुधाकर पाण्डेय, दीवान हरिशंकर यादव व सिपाही श्रवण कुमार शामिल थे। वहीं मानकनगर पुलिस ने मनियारी-सुलतानपुर के बिकास दुबे, खदरा, हसनगंज के कौशल शुक्ला, गेंदी-सोनभद्र के अजीत मौर्य एवं बलरामपुर जिले के राकेश तिवारी को गिरफ्तार किया, जिनके पास से 91 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन, 4 फोन, 5,250 रुपए व एक स्कूटी बरामद हुई है। ये नकली को असली रेमडेसीविर बताकर लोगों को बेंच रहे थे।
पुलिस कमिश्नर द्वारा टीम को 20 हजार का इनाम…
पकड़े गए लोगों में बिकास दुबे मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग तृतीय वर्ष का छात्र, राकेश तिवारी क्वीन मेरी में स्टाफ नर्स (पुरुष) एवं अजीत मौर्य लारी कार्डियोलाजी अस्पताल में टेक्निशियन के पद पर कार्यरत है, जबकि कौशल शुक्ला ने डी फार्मा कर रखा है। इन लोगों की गिरफ्तारी में इंस्पेक्टर मानकनगर अशोक कुमार सरोज, सर्विलांस सेल (मध्य) के निरीक्षक धर्मेन्द्र कुमार सिंह, एसआई राहुल सोनकर, राजेंद्र, कांस्टेबल गोविंद, आशीष कुमार मिश्रा, परमवीर सिंह,विमल चन्द्र पाल, शिवम् कुमार शर्मा एवं प्रवीन कुमार ने प्रमुख भूमिका निभाई। नकली रेमडेसीविर इंजेक्शन बेंचे जाने वाले इस गिरोह की धरपकड़ करने वाली पुलिस टीम को पुलिस कमिश्नर ने 20 हजार रुपए का पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की है।
दुबग्गा/ठाकुरगंज के कई लोगों की हुई गिरफ्तारी…
ताबड़तोड़ गिरफ्तारियों के बीच आज गोमतीनगर पुलिस ने भी रेमडेसिविर इंजेक्शनों को ऊंचे दामों में बेंचे जाने के मामले में 4 लोगों की गिरफ्तारी की जिनमें एक निजी अस्पताल का मालिक भी शामिल है। इंस्पेक्टर गोमतीनगर केशव कुमार व उनकी टीम ने ग्वारी चौराहे के पास से प्रियदर्शनी योजना, मड़ियांव निवासी एवं हर्षा अस्पताल के मालिक शहजाद अली, मेडिकल स्टोरों पर दवा सप्लाई करने वाले क‌षणा दीक्षित निवासी फरीदपुर, दुबग्गा एवं मुसाहिबगंज, ठाकुरगंज के रितेश गौतम व आम्रपाली योजना, दुबग्गा के सचिन रस्तोगी को गिरफ्तार किया, जिनके पास से 54 रेमडेसिविर इंजेक्शन व 51,400 रुपए बरामद हुए। पुलिस के अनुसार हर्षा अस्पताल का मालिक एक इंजेक्शन 20 हजार रुपए तक में मरीजों/तामीरदारों को बेंच रहा था। पकड़े गए लोगों के खिलाफ 3 महामारी अधिनियम 1897 व 18/27/18ए एवं 28बी अधिनियम 1940 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
चार बाइक भी बरामद, सरगना की तलाश. . . . .
इसके अलावा कल रात इंस्पेक्टर ठाकुरगंज सुनील कुमार दुबे वह उनकी टीम ने ऐरा मेडिकल कॉलेज के पास से बांगरमऊ-उन्नाव के विपिन कुमार, सरफराजगंज, ठाकुरगंज के डाॅ अतहर, तरबगंज-गोंडा के डाॅ सम्राट पांडेय व जायस-अमेठी के तहजीबुल हसन को 34 रेमडेसीविर इंजेक्शन व 4,69,000 रुपयों के साथ गिरफ्तार किया था। पकड़े दोनों डाक्टर संविदा पर अस्पताल में कार्य भी कर चुके हैं। इन लोगों को रेमडेसिविर की सप्लाई करने वाले कानपुर निवासी व्यक्ति की पुलिस तलाश कर रही है।
लखनऊ पुलिस द्वारा कल रात से ताबड़तोड़ छापेमारी कर की गईं इन गिरफ्तारियों से गंभीर कोरोना के उपचार में प्रयोग होने वाले रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी व नकली इंजेक्शन बेचने वालों में खलबली मच गई है तथा फिलहाल इनके साथी अंडरग्राउंड हो गए हैं, वहीं कोरोना पीड़ितों एवं तामीरदारों ने लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस की इस कार्यवाही की सराहना की है। पुलिस शहर के सभी अस्पतालों के आसपास पूरी तरह से सक्रिय दिख रही है। (23 अप्रैल 2021)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,