प्रदेश के मा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मिशन शक्ति अभियान के…
अन्तर्गत महिला सशक्तिकरण के लिए प्रभावी कदम उठाये…
लखनऊ 08 अप्रैल। प्रदेश के मा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत महिला सशक्तिकरण के लिए प्रभावी कदम उठाये जाने के आदेशों एवं मा. मंत्री चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, श्री सुरेश राणा द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी श्री संजय आर. भूसरेड्डी द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन और आय अर्जन के लिए ‘मिशन शक्ति’ अभियान के अन्तर्गत शुरु किये गये’महिला रोजगार सृजन कार्यक्रम’ को अभूतपूर्व सफलता प्राप्त हो रही है।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी श्री भूसरेड्डी ने बताया कि गन्ना विकास विभाग के इस कार्यक्रम की अपार सफलता और लोकप्रियता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इन्दिरा गाँधी प्रतिष्ठान में मिशन शक्ति कार्यक्रम के दौरान जिन 11 महिलाओं को सम्मानित किया गया उनमें गन्ना विकास विभाग के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले दो समूहों अन्नपूर्णा स्वयं सहायता समूह-बरेली की अध्यक्ष सुश्री कुसुम एवं माँ वैष्णों देवी महिला स्वयं सहायता समूह-अयोध्या की अध्यक्ष श्रीमती मानमती को भी सम्मानित किया गया।
उन्होंने यह भी बताया कि गन्ना नर्सरी के माध्यम से स्थानीय बुवाई हेतु सीडलिंग के वितरण से आय कार्यक्रम में प्रदेश की महिलाओं द्वारा बढ़-चढकर भाग लेने तथा प्रदेश के गन्ना कृषकों द्वारा इस कार्यक्रम के अन्तर्गत महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के दृष्टिगत प्रत्येक गन्ना विकास परिषद परिक्षेत्र में महिला स्वंय सहायता समूहों की संख्या को बढ़ाकर 10 से 25 कर दिया गया है। वहीं प्रत्येक स्वयं सहायता समूह के अन्तर्गत महिला सदस्यों की सीमा को बढ़ाकर 10 से 35 कर दिया गया है।
इस कार्यक्रम की प्रगति से संबंधित तथ्यात्मक आँकड़ें साझा करते हुए श्री भूसरेड्डी ने बताया कि प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से समृद्ध करने के लिए प्रदेश के 36 गन्ना बहुल जिलों में अब तक 1,964महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है, जिनमें41,113 महिला उद्यमी पंजीकृतहैं। इन समूहों से जुड़ी महिलाओं को सिंगल बड चिप के सीडलिंग तैयार करने हेतु विभाग द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। महिला समूहों द्वारा अब तक 10 करोड़ 36 लाख सीडलिंग तैयार करायी जा चुकी है, जिसमें से 9 करोड़ सीडलिंग की बिक्री करते हुए महिला समूहों द्वारा रू.27 करोड़ की आय अर्जित की गई है। गन्ने की नर्सरी से प्रति महिला उद्यमी एक सत्र में औसतन आय रू.59,000 की प्राप्ति होगी। अब तक प्रदेश की महिलाओं को लगभग 9 लाख मानव दिवस का रोजगार उपलब्ध हुआ है।
उन्होंने यह भी बताया कि “मिशन शक्ति” अभियान के अन्तर्गत गन्ना बहुल जिलों में कार्यशालाओं का आयोजन भी किया जा रहा है। इन कार्यशालाओं में ग्रामीण महिलाओं को गन्ने की खेती में रोजगार के अवसर उपलब्ध होने के विषय में जानकारी दी जा रही है। इससे ग्रामीण महिलाओं में उद्यमिता की भावना विकसित हो रही है तथा ग्रामीण अंचल की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रहीं हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…