कोरोना के बढ़ते मामलों से राजधानी में दहशत बढ़ी…

कोरोना के बढ़ते मामलों से राजधानी में दहशत बढ़ी…

कानून मंत्री ब्रजेश पाठक व उनकी पत्नी ने लगवाई कोरोना वैक्सीन 👆                                भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी लगवाई वैक्सीन 👆                              बड़ी संख्या में पत्रकारों ने भी करवाई कोरोना की जांच 👆

लखनऊ का सबसे बड़ा माॅल “फन माॅल” सील किया गया👆

कोविड नियमों के उल्लंघन पर “माई बार” भी सील किया गया 👆                                अलीगंज में “पान गिलौरी” को सील किया गया 👆

विवि के पूर्व परीक्षा नियंत्रक की कोरोना से मौत: कई शिक्षक, पत्रकार व डाक्टर भी कोरोना संक्रमित…

कोविड नियमों के उल्लंघन में फन माॅल सील: यूपी में महामारी अधिनियम 30 जून तक बढ़ा…

लखनऊ। प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश में प्रभावी महामारी अधिनियम की अवधि 30 जून तक बढ़ा दी है। उधर जहां लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में बुधवार को सात प्रोफेसरों के कोरोना संक्रमित पाए जाने से हड़कंप मच गया, वहीं आज कोरोना से पूर्व परीक्षा नियंत्रक एके शर्मा की मृत्यु की खबर से और दहशत फ़ैल गई है। राजधानी के पत्रकारों में भी कोरोना को लेकर बहुत दहशत है। उत्तर प्रदेश राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के नवनिर्वाचित कार्यकारिणी सदस्य पत्रकार प्रमोद श्रीवास्तव की मृत्यु हो चुकी है तथा नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष जफर इरशाद पीजीआई में भर्ती हैं तथा करीब दर्जन भर पत्रकार होम कवारंटीन हैं।
‌ इस बीच राजधानी लखनऊ के सबसे बड़े मॉल “फन माॅल” को कोविड नियमों का उल्लघंन करने के चलते डीएम अभिषेक प्रकाश के निर्देश पर सील कर दिया गया है। यहां पर लगातार कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया जा रहा था, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है। मॉल को पूर्व में नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन इसके बावजूद यहां पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं हो रहा था।
यूपी में कोरोना के नए स्ट्रेन ने दस्तक दे दी है, जिसके बाद सरकार अलर्ट पर है और कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई कर रही है। इसके साथ ही सरकार ने प्रदेश में प्रभावी महामारी अधिनियम की अवधि 30 जून तक बढ़ा दी है, जिसकी समय सीमा 31 मार्च को खत्म हो रही थी। जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि यह अधिनियम 30 जून या कोई अन्य आदेश जारी किए जाने तक जो भी पहले हो, के लिए प्रभावी रहेगा।
कोरोना संक्रमण बढ़ने से विवि परिसर में दहशत…
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले स्वास्थ्य महकमे के लिए चुनौती बने हुए हैं। काफी कोशिशों के बाद भी संक्रमण की रफ्तार कम नहीं हो रही है। लोगों की लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है। इस बीच आज लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर एके शर्मा की कोरोना से मौत हो गई। विश्वविद्यालय परिसर में बुधवार को सात प्रोफेसर के कोरोना संक्रमित पाए जाने से हड़कंप मच गया था, इनमें सेवानिवृत प्रो. एके शर्मा भी शामिल थे।
लखनऊ यूनिवर्सिटी शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. विनीत वर्मा के मुताबिक प्रो. शर्मा 2019 में सेवानिवृत हुए थे। वह जंतु विज्ञान विभाग कार्यरत थे और काफी दिनों तक परीक्षा नियंत्रक भी रहे। कोरोना संक्रमित होने पर उन्हें गोमतीनगर के मेयो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका निधन हो गया। प्रोफेसर शर्मा पिछले कई दिनों से अपने व्यक्तिगत कार्यों के लिए विविध परिसर आ रहे थे। वहीं लोकबंधु अस्पताल के वर‍िष्‍ठ परामर्शदाता डॉ. एसके कटवानी भी कोरोना पॉज‍िट‍िव पाए गए हैं। बताया जा है कि वैक्सीन की दोनों डोज लेने के करीब एक माह बाद वह संक्रमित हुए हैं। कुछ दिन पहले वह गोवा गए हुए थे। (1 अप्रैल 2021)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,