दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की निगाह क्लीन स्वीप से बचने पर…
लखनऊ, 22 मार्च । भारतीय महिला टीम श्रृंखला पहले ही गंवा चुकी है लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मंगलवार को यहां होने वाला तीसरा और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच अब भी उसके लिये महत्वपूर्ण है जिसमें वह क्लीन स्वीप से बचकर सकारात्मक अंत करने के लिये मैदान पर उतरेगी। भारतीय टीम ने इससे पहले वनडे श्रृंखला 1-4 से गंवायी थी और पहले दो टी20 मैचों में भी उसके लिये परिणाम अनुकूल नहीं रहे। दक्षिण अफ्रीका ने 2-0 की अजेय बढ़त हासिल करके पहली बार भारत के खिलाफ श्रृंखला जीती है और अब उसकी निगाह क्लीन स्वीप करने पर लगी है। भारतीय टीम की पिछले एक साल में यह पहली श्रृंखला है और वह इसमें वनडे विश्व कप की तैयारियों को ध्यान में रखकर उतरी थी। लेकिन चीजें भारत के अनुकूल नहीं रही और उसे सीमित ओवरों के दोनों प्रारूपों में दक्षिण अफ्रीका से करारी हार झेलनी पड़ी जबकि इससे पहले वह इस प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ हमेशा अच्छा प्रदर्शन करता रहा था। भारत को अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी के अलावा क्षेत्ररक्षण में बहुत सुधार करने की जरूरत है। ऋचा घोष, राजेश्वरी गायकवाड़ और अरूंधति रेड्डी के लचर क्षेत्ररक्षण का भारत ने खामियाजा भुगता है। दीप्ति शर्मा की बल्लेबाजी में नाकामी भारत को भारी पड़ रही है। यही नहीं स्मृति मंधाना की कप्तानी में कमजोरी पहले दो मैचों में खुलकर सामने आयी और ऐसे में कुछ भी भारत के अनुकूल नहीं रहा। भारत पहले मैच में छह विकेट पर 130 रन ही बना पाया था। उसने दूसरे मैच में चार विकेट पर 158 रन बनाये लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने खराब क्षेत्ररक्षण और कमजोर गेंदबाजी का फायदा उठाकर छह विकेट से जीत दर्ज कर दी। इन दोनों मैचों में हरलीन देओल और शैफाली वर्मा ने रन बनाये लेकिन मंधाना, जेमिमा रोड्रिग्स और ऋचा घोष की खराब फार्म का भारत को नुकसान हुआ है। भारत को नियमित कप्तान हरमनप्रीत कौर की बहुत कमी खल रही है जो कूल्हे की चोट के कारण नहीं खेल पा रही हैं। गेंदबाजी विभाग में भी गायकवाड़, पूनम यादव और स्पिन आलराउंडर दीप्ति उम्मीदों पर खरा नहीं उतरी जबकि तेज गेंदबाज अरूंधति रेड्डी और सिमरन दिल बहादुर भी असर नहीं छोड़ पायी। दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। लिजेल ली, एनेके बोश और लॉरा वोलवार्ट ने बल्लेबाजी में शानदार फार्म दिखायी है। कप्तान सुन लुस ने भी अच्छी लय में हैं जबकि मिगनॉन डु प्रीज मध्यक्रम में अपनी भूमिका निभाने के लिये तैयार है। शबनीम इस्माइल और बोश ने गेंदबाजी में अहम भूमिका निभायी है।
टीमें इस प्रकार हैं :
भारत : हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उप-कप्तान), शैफाली वर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स, दीप्ति शर्मा, ऋचा घोष, हरलीन देओल, सुषमा वर्मा (विकेट-कीपर), नुजहत परवीन (विकेट कीपर), आयुषी सोनी, अरुंधति रेड्डी, राधा यादव, राजेश्वरी गायकवाड़, पूनम यादव, मानसी जोशी, मोनिका पटेल, सी प्रत्यूषा, सिमरन दिल बहादुर में से।
दक्षिण अफ्रीका : सुन लुस (कप्तान), अयाबोंगा खाका, शबनीम इस्माइल, लॉरा वोलवार्ट, तृषा चेट्टी, सिनालो जैफ्टा, तस्मिन ब्रिट्ज, मारिजाने कैप, नोंडुमिसो शांगेज, लिजेल ली, एनेके बॉश, फेय टुनक्लिंलिफ, नोकुलुलेको मलाबा, मिगनॉन डु प्रीज, नाडिन डि क्लार्क, लारा गुडॉल,ख टुमी सेखुखुने में से।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…