एसटीएफः फर्जी आर्मी कैप्टन/डिप्टी एसपी बनकर लोगों के साथ ठगी करने वाला…

एसटीएफः फर्जी आर्मी कैप्टन/डिप्टी एसपी बनकर लोगों के साथ ठगी करने वाला…

राजवीर सिंह उर्फ आनन्द कुमार गिरफ्तार…

वाराणसी। आज दिनांक 09-03-2021 को एस0टी0एफ0, उ0प्र0 को फर्जी आर्मी कैप्टन आफिसर/डिप्टी एस0पी0 बनकर आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाला आनन्द कुमार उर्फ राजवीर सिंह रघुवंशी को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरणः-
आनन्द कुमार उर्फ राजवीर सिंह रघुवंशी पुत्र फूलचन्द सिंह निवासी-एसएच-8/55/3जी शिवपुर कोट, थाना शिवपुर, जनपद वाराणसी।
बरामदगीः-
1. 02 अदद मोबाइल फोन।
2. 03 अदद आर्मी भर्ती का फर्जी एडमिट कार्ड मय लिफाफा।
3. 01 अदद फर्जी डीएल।
4. 01 अदद आर्मी कैप्टन की वर्दी।
5. नगद-5000/-रूपया।
6. 01 अदद मोटरसाइकिल।
7. 01 अदद आधार कार्ड।
8. 02 अदद कैप्टन की वर्दी में खिचवाया गया फोटो।
9. 01 अदद फर्जी तरीके से डिप्टी एसपी के पद पर चयन की पेपर कटिंग।
10. आर्मी की वर्दी।
11. 03 अदद आर्मी का लोगो।
12. 05 अदद मुहर।
विगत कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के वाराणसी़ एवं इसके आस-पास के जनपदों में आर्मी में भर्ती करानेे के नाम पर एक गिरोह के सक्रिय होने की इनपुट ‘मिलिट्री इन्टेलीजेन्स’ (एम0आई0) वाराणसी को प्राप्त हुआ था। इस सम्बन्ध में एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई, वाराणसी को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। उक्त क्रम में एसटीएफ फील्ड इकाई, वाराणसी द्वारा अभिसूचना संकलन एवं छानबीन की कार्यवाही प्रारम्भ की गई। अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि एक राजवीर सिंह उर्फ आनन्द कुमार नाम का व्यक्ति है, जो अपने को आर्मी का फर्जी कैप्टन बताकर आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर व आर्मी कैण्टीन में सामान निकलवाने के नाम पर ठगी करता है। वह ओ0एल0एक्स0 के माध्यम से सामान बेचने के बहाने से लोगों को विश्वास दिलाने हेतु कि वह आर्मी की वर्दी पहन कर कैप्टन के रूप में अपनी जान पहचान बढ़ाता है। अभिसूचना संकलन की कार्यवाही के दौरान आज दिनांक 09-03-2021 को विश्वस्त सूत्रों के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि आर्मी में भर्ती के नाम पर ठगी करने वाला राजवीर सिंह उर्फ आनन्द कुमार कैप्टन की वर्दी में थाना कैण्ट क्षेत्रान्तर्गत सेण्ट मेरी स्कूल के पास खड़ा है और कुछ लड़को को आर्मी में भर्ती के नाम पर उन्हें बुलाया है, यदि शीघ्रता किया जाय तो पकड़ा जा सकता है। उक्त सूचना पर निरीक्षक श्री अनिल सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ वाराणसी टीम द्वारा उक्त अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया, जिससे उपरोक्त बरामदगी हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ एवं अभिसूचना संकलन से पाया गया गया कि यह एल0एल0बी0 तृतीय सेमेस्टर का छात्र है। यह वर्ष 2008 में आर्मी में सिपाही की भर्ती के लिये प्रयास किया था, परन्तु सफल नहीं हुआ था। इसके बाद इसके द्वारा बेरोजगार युवको को आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने की योजना बनायी गयी। इसके द्वारा अपनी योजना के मुताबिक पहले आर्मी कैप्टन की वर्दी बनवायी गयी और अपने आस-पास के लोगों को विश्वास दिलाया गया कि वह आर्मी में कैप्टन है। इसके बाद राजवीर सिंह उर्फ आनन्द कुमार का अमरनाथ यादव निवासी भिटारी थाना लोहता जनपद वाराणसी से मुलाकात हुई और अपने को कैप्टन बताते हुये आर्मी में भर्ती कराने की बात कही गयी। इसके उपरान्त अमरनाथ यादव एवं अभ्यर्थियों को विश्वास दिलाने के लिये आर्मी कैप्टन की वर्दी पहन कर अमरनाथ यादव के घर पर मुलाकात किया और आर्मी में भर्ती के नाम पर 07 लोगों से रू0- 14,00,000/- (चैदह लाख रूपये) की ठगी कर लिया। इनके अतिरिक्त राजवीर सिंह उर्फ आनन्द कुमार ने सुधाकर वर्मा, रजनीश और दिव्या से 10,00,000/-रू0 (दस लाख रूपये) आर्मी में भर्ती के नाम पर ले लिया। राजवीर सिंह उर्फ आनन्द ने अजय कुमार से 1,50,000/- रू0 (डेढ लाख रूपये) मिलिट्री कैण्टीन से सामान निकालने के नाम पर भी ठगी किया गया था। बाद में इसकी पत्नी एवं आस-पास के लोगों को इसके फर्जी आर्मी कैप्टन होने का संदेह होने लगा। इसी दौरान वर्ष-2020 में पीसीएस-2017 का परिणाम आया था, जिसमें आनन्द कुमार निवासी लंका वाराणसी नामक व्यक्ति का 62वीं रैंक आया था और इनका सलेक्शन डिप्टी एस0पी0 के पद पर हुआ था। इसकी जानकारी होने पर राजवीर सिंह उर्फ आनन्द कुमार ने अपने नाम का फायदा उठाकर समाचार पत्र के कार्यालय में जाकर अपना फोटो व पता देकर समाचार छपवाया कि उसका डिप्टी एस0पी0 के पद पर नियुक्ति हुई है। इसके उपरान्त यह आर्मी कैप्टन एवं डिप्टी एस0पी0 के रूप में ठगी करने का प्रयास करने लगा।
यहाॅं यह भी उल्लेखनीय है कि वर्ष-2015 में इसने ओ0एल0एक्स0 ऐप पर आर्मी का लोगो लगाकर अपनी आई0डी0 बनायी थी और अपना एक सोनी कम्पनी के मोबाइल फोन को बेचने के लिये ओ0एल0एक्स0 पर डाला था। इस मोबाइल फोन को खरीदने के लिये एक लड़की द्वारा रिक्वेस्ट भेजा गया। इस पर राजीवर सिंह उर्फ आनन्द कुमार ने उसको सिगरा स्थित बाटा शू के शोरूम पर बुलाया गया और वहाॅं आर्मी कैप्टन के वर्दी में उस लड़की से मिला और अपनी नियुक्ति 39 जीटीसी कैण्टोमेण्ट वाराणसी मे होना और मूल निवासी हैदराबाद का बताया। इसके बाद दोनों में जान पहचान हुई और बाद में राजवीर सिंह उर्फ आनन्द कुमार ने उसको धोखे में रखकर उससे शादी कर लिया था। इस धोखे की बात संज्ञान में आने पर उसके पत्नी द्वारा थाना लोहता पर मुकदमा पंजीकृत कराया गया। राजवीर सिंह उर्फ आनन्द कुमार आज ठगी की मंशा से कैण्टोमेण्ट एरिया कुछ लोगों से मिलने के लिये आया था कि गिरफ्तार कर लिया गया।
उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध जनपद वाराणसी के थाना कैण्ट में मु0अ0सं0 160/21 धारा 140, 419, 420, 467, 468, 471 भादवि पंजीकृत कराया गया है। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…