दंगा आरोपियों को तिहाड़ में मारने की साजिश नाकाम…

दंगा आरोपियों को तिहाड़ में मारने की साजिश नाकाम…

दो गिरफ्तार…

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तिहाड़ में बंद दिल्ली दंगे के एक पक्ष के तीन आरोपियों को जेल में ही मारने की एक बड़ी साजिश का खुलासा किया है। दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि तिहाड़ जेल में आरोपियों को पारा (मरकरी) देकर मारने की साजिश रची गई थी। स्पेशल सेल ने इस मामले में दो को गिरफ्तार किया है। इसी के साथ जेल में दंगा आरोपियों की सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।

स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक, तिहाड़ जेल में वर्ष 2015 से बंद एक शख्स और जेल के बाहर रहने वाले उसके साथी असलम द्वारा यह खतरनाक साजिश रची गई थी। जेल में बंद शाहिद नाम के शख्स तक बाहर रह रहे उसके साथी द्वारा पारा पहुंचाना था, जिससे वह वारदात को अंजाम देता। शाहिद पर एक महिला के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी और उसके दो बच्चों की हत्या करने का आरोप है। इसी आरोप में वह तिहाड़ में बंद है। स्पेशल सेल सूत्रों के अनुसार, साजिश की भनक लगने पर स्पेशल सेल ने टेक्निकल सर्विलांस के जरिए निगरानी शुरू की और जेल तक पहुंचने से पहले ही आरोपी असलम को पारा के साथ दबोच लिया। वहीं, जेल में बंद शाहिद को भी पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किया है।

अब स्पेशल सेल इन आरोपियों के आगे के नेटवर्क के बारे में पता लगा रही है। हालांकि, स्पेशल सेल जांच जारी होने का हवाला देते हुए इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी देने से इंकार कर रही है। फिलहाल, यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि इन दो आरोपियों के अलावा अन्य भी तो इस साजिश में शामिल नहीं थे।

बीते साल 23 फरवरी को दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिले के जाफराबाद इलाके में अचानक दोपहर तीन बजे के बाद दंगे भड़क उठे थे। हिंसा की आग पूरे जिले में तेजी से फैल गई थी। दंगे में 53 लोगों की जान चली गई थी। इस दौरान कई घरों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया था। निजी और सार्वजनिक संपत्तियों को जमकर नुकसान पहुंचाया गया था।

महत्वपूर्ण तथ्य

53 लोग मारे गए थे उत्तर पूर्वी दिल्ली दंगा में

581 लोग घायल हुए थे दंगे में

755 एफआईआर दर्ज की गई हैं दंगे के विभिन्न मामलों में

1818 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है अब तक दिल्ली दंगा मामले में

231 आरोपी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दबोचे गए

137 की गिरफ्तारी एफआरएस (चेहरा पहचानने की तकनीक) के जरिए की गई

94 को ड्राइविंग लाइसेंस की तस्वीरों के इस्तेमाल से दबोचा गया

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…