पीड़ित का आरोप, हसनगंज पुलिस ने दो बार पीटा…
लखनऊ 17 फरवरी। ड्राईवर ओमजी रस्तोगी को थाना हसनगंज, लखनऊ द्वारा दिए गए थर्ड डिग्री उत्पीडन के संबंध में एक्टिविस्ट डॉ0 नूतन ठाकुर द्वारा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से की गयी शिकायत के बाद श्री रस्तोगी ने नूतन से मुलाकात कर पूरी बात बताई तथा इस संबंध में साक्ष्य दिए।
श्री रस्तोगी ने कहा कि वे डॉ0 अंकुर सिंह की गाड़ी चलते थे। जहाँ उनका 1 महीना 27 दिन का वेतन बकाया था। वेतन मांगने पर डॉ0 अंकुर सिंह ने उसे धमकी दी कि उनका साला पुलिस में दरोगा है।इसके बाद 22 अगस्त 2018 की रात में पुलिसवालों ने उन्हें घर से उठा कर थाने में बुरी तरह मारा था और थाने के मालखाने से फर्जी तमंचा दिखा कर चालान कर दिया था। इस संबंध में उनके द्वारा सीएम हेल्पलाइन में लगातार शिकायत की जाती रही। 10 फ़रवरी 2021 को वे इसी संबंध में थाना हसनगंज पुलिस गए तो वहां उन्हें थाने में उल्टा लटका कर बुरी तरह मारा गया कि यह बहित अधिक शिकायत करता है। इस मारपीट के निशान उनके शारीर पर है, किन्तु इसका मेडिकल पुलिस वालों ने अब तक नहीं कराया है।
श्री रस्तोगी ने इन आरोपों के संबंध में कई साक्ष्य भी दिए। इस पर नूतन ने आज राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को एक पूरक शिकायत भेजते हुए ओमजी रस्तोगी का तत्काल मेडिकल करवाये जाने तथा आयोग द्वारा इस प्रकरण की स्वयं जाँच किये जाने की मांग की है।- डॉ0 नूतन ठाकुर
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट..