एसटीएफः बीमा मे बोनस देने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाला गिरफ्तार…
लखनऊ 03 फरवरी। दिनांकः 02-02-2021 को एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश ने बीमा मे बोनस देने, जीवन भर हेल्थ इंश्योरेंश दिलाने व कम्पनियों मे इनवेस्ट करने पर कम समय मे रूपया दोगुना करने का झांसा देकर रिटायर्ड अधिकारियों से कई करोड़ की ठगी करने वाले गैंग के मास्टरमाइंड को पालीटेक्निक चैराहा, लखनऊ से गिरफ्तार करने मे उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण:-
1- रामेन्द्र कुमार मिश्रा पुत्र श्री मूलचन्द्र मिश्रा निवासी महसी, थाना हरदी, जिला बहराइच, हाल पता-प्रेम बिहार बाग कालोनी मटियारी, थाना चिनहट, जनपद लखनऊ। (एडवोकेट हाईकोर्ट लखनऊ)
एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से बीमा मे बोनस देने, जीवन भर हेल्थ इंश्योरेंश दिलाने व कम्पनियों मे इनवेस्ट करने पर कम समय मे रूपया दोगुना करने का लालच देकर जनता से कई करोड़ रूपये की ठगी करने वाले, मु0अ0सं0 183/20 धारा 419/420/406/467/468/471/120बी भा0द0वि0 व 66 सूचना प्रोद्योगिकी अधि0 थाना गाजीपुर पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ मे वांछित गिरोह के मास्टरमाइंड रामेन्द्र कुमार मिश्रा के सम्बन्ध में सूचनांए प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में अनिल कुमार सिसोदिया, प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 के पर्यवेक्षण मे एस0टी0एफ0 मुख्यालय स्थित साइबर टीम को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। इसी क्रम मे साइबर टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया।
उपरोक्त के सम्बन्ध मे प्राप्त सूचना को विकसित करते हुए मुखबिर खास द्वारा मिली सूचना के आधार पर दिनांक 02.02.2021 को पालीटेक्निक चैराहा जनपद लखनऊ से उपरोक्त अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया।
इस गिरोह के 10 सदस्योें को पूर्व मे माह अगस्त 2020 मे एसटीएफ उ0प्र0 व लखनऊ पुलिस द्वारा रिटायर्ड अपर निदेशक उ0 प्र0 चिकित्सा स्वाथ्य एवं परिवार कल्याण सेवाएं डाक्टर श्री सीबी चैरासिया निवासी इंदिरा नगर लखनऊ से लगभग 40 लाख रूपये व रिटायर्ड पुलिस उपाधीक्षक श्री रंजीत सिंह बोरा निवासी एन डी तिवारी निवासी विकास नगर लखनऊ से रू 414474/- बीमा मे बोनस देने जीवन भर हेल्थ इंश्योरेंश दिलाने व कम्पनियों मे इनवेस्ट करने पर कम समय मे दोगुना करने का लालच देकर फर्जी कम्पनियों एलायंज ग्रीन सिटी, आरआईएल डेवलपर्स, एमडीआई ई कामर्स, मैक्स लाइफ म्युचुअल फाउंडेशन, गोल्डेन आरकिड, वेट फोलिओ सर्विस आदि के नाम पर खोले गये बैंक खातों मे जमा कराकर की गयी ठगी के परिपे्रक्ष्य मे थाना गाजीपुर पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ मे पंजीकृत मु0अ0स0 183/2020 व थाना विकास नगर पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ पर पंजीकृत मु0अ0स0 87/2019 मे गिरफ्तार किया जा चुका है व उपरोक्त गिरोह से भारी मात्रा मे कूटरचित बीमा पालिसी बाण्ड बरामद किया गया था।
पूछताछ मे उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया कि हम लोगों का एक संगठित गिरोह था। हमारे गिरोह का सदस्य वेद प्रकाश जो फर्जी नाम पते पर कम्पनी रजिस्टर्ड़ कराता था एवं कम्पनियों के नाम पर विभिन्न बैंकों मे खाता खुलवाता था। कम्पनियों के नाम पर खोले गये बैंक खातों के एटीएम व चेक बुक हस्ताक्षरित कराकर वेद अभिनव सक्सेना को उपलब्ध करा देता था। जिसके लिए वेद ठगी से खातों मे आये हुए रूपयों का 25 प्रतिशत कमीशन लेता था। नेहा सक्सेना जो पीएनबी मेट लाइफ मे कार्यरत थी, अपने पति रितेश के साथ मिलकर इंश्योरेंश से सम्बन्धित कस्टमर का डेटा निकालकर हम लोगों द्वारा खोले गये कालसेंटरों मे उपलब्ध कराती थी। इस डेटा पर प्रिया, मिनाक्षी के साथ मिलकर दिल्ली, मुम्बई आफिस की इंश्योरेंश कर्मचारी बनकर राशी, श्रद्वा, अशी मलिक मोनिका आदि नाम से नाम बदल बदल कर काल करती व कराती थी। हम लोगों द्वारा ज्यादातर रिटायर्ड अधिकारियों को टारगेट किया जाता था। कस्टमर को विश्वास दिलाने के लिए इश्योरेंश कर्मचारियों के साथ मिलकर प्रिया व मिनाक्षी द्वारा कम्पनी के नम्बर से कस्टमर को काल एसएमएस व व्हटसएप कराया जाता था। जब कस्टमर को विश्वास हो जाता था तो अभिनव व मिनाक्षी कस्टमर से जाकर मिलते है। यदि कस्टमर कैश मे पेमेंट नही करता था तब उससे पीएनबी, मैक्स लाइफ, आरएलआई आदि नाम से चेक ले लेते थे और बाद मे मैक्सलाइफ के आगे म्युचुअल फाउंडेशन, पीएनबी के आगे सर्विसेज आदि लिख कर फर्जी कम्पनियो के बैंक खातों मे भुना लेते थे। मैक्सलाइफ म्युचुअल फाउंडेशन नाम से मेरी भी एक कम्पनी थी। जिसके खाते मे मैक्स लाइफ के नाम से लिए गए चेक पर अपने हाथ से ही म्युचुअल फाउंडेशन लिखकर चेक क्लियर करा ली जाती थी। वेद को 25 प्रतिशत कमीशन देकर बचे रूपये को हम लोग आपस मे बराबर बराबर बांट लेते थे। इसके अतिरिक्त कस्टमर को विश्वास दिलाने के लिए मिनाक्षी और प्रिया मिलकर कूटरचित बांड व रशीदें तैयार कर लेती थी। जिससे कस्टमर का रिनिवल मिलता रहता था। कई वर्ष तक रिनिवल जमा करने पर जब कस्टमर को बतायी गयी योजना के तहत लाभ/बोनस नही मिलता था तो वह पुलिस या इंश्योरेंश कम्पनी के आफिस जाने की बात करता था, तब अभिनव व रितेश द्वारा ग्राहकों को फोन करके खुद को आई0आर0डी0ए0 (त्महनसंजवतल ंदक क्मअमसवचउमदज ।नजीवतपजल व िप्दकपं ) का अधिकारी बताकर अपने पास शिकायत दर्ज करा ली जाती थी और एडवोकेट से सिविल सूट दायर करने, इसके बाद रूपया वापस दिलाने व वापस मिल रहे रूपये का जी0एस0टी0 आदि के नाम पर भी कस्टमर से 2-3 वर्ष तक ठगी की जाती थी। इस काम मे एडवोकेट सिविल सूट की प्रक्रिया के बारे मे मै समझाता था। मेरे गैंग के उपरोक्त लोगों को अगस्त 2020 मे जब से गिरफ्तार किया गया था तब से मै अपना घर बदल कर रह रहा था और इन लोगों के मुकदमे मे पैरवी कर रहा था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक इस गैंग द्वारा विगत 5 वर्ष मे सैकडों लोगों से करोडों की ठगी की जा चुकी है। इस गैंग के सदस्य पूर्व मे विभिन्न इंश्योरेंश कम्पनियों मे भी कार्य कर चुके है।
उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्त को मु0अ0सं0 183/20 धारा 419/420/406/ 467/ 468/471/120बी भा0द0वि0 व 66 सूचना प्रोद्योगिकी अधि0 थाना गाजीपुर पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ में दाखिल कर अग्रेतर विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…