गणतंत्र दिवस पर कवियों और शायरों ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि…
सिद्धार्थनगर ।। 72 वें गणतंत्र दिवस पर जहां पूरे देश में शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए आजादी मिलने और संविधान लागू होने की खुशियां साझा की गईं। वहीं जनपद में भी साहित्यिक सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था नई आवाज़ के तत्वाधान में भी कवियों और शायरों द्वारा अपनी रचनाओं से शहीदों को याद किया गया। काव्य गोष्ठी को आरंभ करते हुए युवा कवि शिव सागर शहर ने भाई चारगी का संदेश देते हुए कहा इस तरह सच छुपाए जाते हैं, धर्म मजहब लड़ाए जाते हैं। गोष्ठी को आगे बढ़ाते हुए विजय कृष्ण नारायण सिंह ने कहा, नहीं कोई है जीता और ना ही कोई हारा। इसी क्रम में मोनिस फ़ैज़ी ने कहा, कौन सुनेगा बातें तेरी ,मोनिस क्यों सच बोल रहा है ।कार्यक्रम के अगले दौर में मंजर अब्बास ने कहा ,जब तक दम में दम है ऊंचा रहे तिरंगा प्यारा, क्यों ना करें हम गर्व स्वर्ग से सुंदर देश हमारा ।कवि पंकज सिद्धार्थ ने कहा ,देश की मिट्टी से ऐ पंकज मोहब्बत कम ना हो, जीते मरते हैं यही अरमान वंदे मातरम। नूर कासमी ने कहा, आओ खुशी मनाएं 26 जनवरी है ,सबको गले लगाएं 26 जनवरी है । महाराजगंज के शायर डॉक्टर नेयाज़ आज़मी ने कहा, हक़ीर समझ ना ऐ नेयाज खाकसारी को ,खाकसारी ने फकीरों को भी सुल्तान किया। वरिष्ठ शायर डॉक्टर जावेद कमाल ने कहा, अशफाक सुभाष भगत हों या बिस्मिल चंद्रशेखर, सब एक थे यह हमको इतिहास बताता है। विशिष्ट अतिथि के तौर पर आए इंस्पेक्टर ओम प्रकाश गौतम ने कहा, जहां के मुल्कों में हैं जितने आईन,है सबसे अच्छा विधान हमारा, तालीम तारक्की का सबको अवसर ,है पूजा अपनी अजान अपना ।गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे अंतर्राष्ट्रीय शायर सालिक बस्तवी ने कहा,क्या गुलाबों की टहनी को देखा नहीं, फूल के साथ कांटे भी हर गाह हैं,काम उनका है दामन से उलझा करें, वह मुसीबत में फूलों के हमराह हैं।गोष्ठी में रियाज़ कासिद, डॉ नरेंद्र पटेल और फिरोज सिद्धार्थी ने भी अपनी देशभक्त रचनाएं प्रस्तुत कीं।कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर इंस्पेक्टर ओ पी गौतम मौजूद रहे तथा मुख्य अतिथि डॉक्टर के पी पांडे और नूर उल्ला खान रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता सालिक बस्तवी ने की। इस अवसर पर डॉ रफीउद्दीन खान डॉ आरएन जयसवाल,आलम खान ,मुश्ताक मोहम्मद आज़म, मोहम्मद इफ़हाम, विक्रांत त्रिपाठी और जनपद के कई संभ्रांत नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर जावेद कमाल ने किया।
पत्रकार – असदुल्लाह सिद्दीकी की रिपोर्ट…