हॉबी भी बन सकती है कमाई का साधन…

हॉबी भी बन सकती है कमाई का साधन…

 

यदि आपकी भी कोई हॉबी है, तो वह आपको अच्छा रिटर्न भी दे सकती है। जरूरत है कि आप अपनी हॉबी को अपना पैशन बना लें, तभी तो वह आपको लाभ देगी। पैशन को निवेश में बदलने की शुरूआत करने पर उससे संबंधित कुछ बातों को जानना जरूरी है, तभी तो आप उसकी सही कीमत पा सकती हैं और अपनी कड़ी मेहनत से जुटाई संग्रहणीय वस्तुओं को भी सुरक्षित रख सकती हैं।

कलैक्शन के लिए जुनून:- कलैक्शन की ललक किसी में बचपन या बुढ़ापे से ले कर कभी भी पैदा हो सकती है। कला, पेंटिंग, स्कल्पचर, स्टांप, सिक्के और नोट सरीखी वस्तुओं का कलैक्शन लंबे समय में आपको अच्छी रिटर्न दे सकता है।

शुरूआत के लिए:- यदि आप कुछ संग्रह करना शुरू करने वाली हैं, तो बेहतर है कि आप आम कलैक्शन के साथ शुरूआत करें। उदाहरण के लिए यदि आप स्टांप इकट्ठी करने वाली हैं, तो जितनी ज्यादा संभव हो, उतनी स्टांप इकट्ठी करें और जब कुछ समय के बाद आपके पास स्टांप का अच्छा-खासा कलैक्शन हो जाए, तो आप किसी खास देश की खास स्टांप पर भी फोकस कर सकती हैं। इससे मिलने वाली खुशी एक संकलनकर्ता का प्रोत्साहन होती है, न कि उसके संकलन की मार्कीट वैल्यू उसके लिए मायने रखती है।

अभिभावकों की भूमिका:- अगर किसी बच्चे में कलैक्शन की हॉबी है तो अभिभावक और शिक्षकों को उसे प्रोत्साहित करना चाहिए। अभिभावकों में अपने बच्चे के टैलेंट को पहचानने की क्षमता होनी चाहिए। प्रत्येक माता-पिता का दायित्व है कि वे अपने बच्चे की कलैक्शन की आदत को पैशन बनाने में उसे प्रोत्साहन दें। वे अपने बच्चे का परिचय ऐसी विभिन्न सोसायटियों से करा सकते हैं, जहां पर पुराने और बड़े संकलनकर्ता दूसरों को प्रोत्साहित करने के लिए मीटिंग और सैमीनार आयोजित करते हैं। ये सोसायटियां किसी संकलनकर्ता के संकलन की जानकारी को लोगों से सांझा करने और उनके संकलन को विस्तृत बनाने के लिए जानकारियां देने में मददगार होती हैं। विशिष्ट कलैक्टरों की जमात में शामिल होने के लिए संकलनकर्ता  को अपने संकलन के विषय की गहन जानकारी होनी चाहिए। उसके लिए अपने विषय के अन्य संकलनकर्ताओं और उनके संकलन के स्तर के बारे में जानना भी बेहद जरूरी है, सो इसके लिए आप प्रदर्शनियों में जाएं तथा नैट पर सर्च करती रहें।

उपलब्धता भी रखती है मायने:- आप जिस चीज का संकलन करने जा रहे हैं, उसकी उपलब्धता का स्तर जानना बेहद महत्वपूर्ण है। यह भी समझें कि विशिष्ट संकलनकर्ताओं के पास संजोई गई चीजें आसानी से नहीं मिलतीं।

डीलर की पहचान जरूरी:- स्टांप, स्कल्पचर और सिक्के  बेचने वाले डीलरों से कोई चीज खरीदने से पहले आप अच्छी तरह जांच-पड़ताल कर लें कि वास्तव में वह वस्तु अपने दाम के अनुरूप है या नहीं। एंटीक वस्तुएं खरीदते समय प्रत्येक आइटम का गहनता से परीक्षण करना होगा। इसकी भी जांच कर लें कि वह चीज अच्छी स्थिति में हो और किसी अधिकृत संस्था द्वारा प्रमाणित हो। एंटीक वस्तुएं खरीदते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि कहीं आप धोखाधड़ी का शिकार तो नहीं हो रहे हैं, क्योंकि बहुत सी नई चीजों को पुराना रूप देकर एंटीक बता दिया जाता है।

संग्रहणीय वस्तुओं की सुरक्षा:- एक संकलनकर्ता को अपनी संग्रहणीय वस्तुओं की गुणवत्ता के साथ किसी हाल में समझौता नहीं करना चाहिए। उन्हें अपने संग्रहण की स्थिति की समय-समय पर जांच करनी चाहिए। ऐसी चीजों को इकट्ठा  करने से बचना चाहिए, जो सही स्थिति में न हों, हालांकि पुराने इस्तेमाल हो चुके स्टांप इसके अपवाद हो सकते हैं।

संकलनकर्ता आम तौर पर अपनी कलैक्शन को लेकर बेहद पोजैसिव होता है। अपनी कलैक्शन को लोगों के हाथ में देकर दिखाने की अपेक्षा दूर से दिखाना बेहतर तरीका है। सिक्कों के संग्रहणकर्ताओं को अपने सिक्के साफ पानी से धोने चाहिएं। ऐसे रसायनों से बचना चाहिए जिनसे सिक्कों की वास्तविक चमक कम हो जाती हो। संकलनकर्ताओं को अपने संकलनको दुर्लभ, अति दुर्लभ जैसी श्रेणियों में वर्गीकृत कर उनका कैटालॉग बनवा कर उनके विषय में लोगों को जानकारी देनी चाहिए।

संकलन का बाजार:- संकलनकर्ताओं को देखना चाहिए कि उनके संकलन के लिए आसान खरीद और बिक्री का बाजार हो। संकलित वस्तुओं को किसी मान्यता प्राप्त अथॉरिटी से प्रमाणपत्र मिला होना चाहिए। संग्राहक के पास अपने संकलन को बेहतर स्थिति में सुरक्षित रखने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर भी होना चाहिए।

पैशन को दें दिशा:- अपने पैशन को यूं ही मत जाने दें। आपका यह पैशन आपको किसी बड़े निवेश की ओर ले जा सकता है। अगर आपको सिक्के इकट्ठे करने का शौक है तो आप सिक्कों का एक बड़ा कलैक्शन कर इन्हें बेच कर अच्छी-खासी कमाई कर सकते हैं अर्थात आपकी हॉबी भी पूरी होगी और पैसा कमाने की चाहत भी। पेंटिंग, स्कल्पचर, स्टांप तथा दुनिया के तमाम देशों की करंसी इकट्ठा करने की आपकी हॉबी आपको धनवान बना सकती है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट …