मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोविड-19 के सम्बन्ध में प्रदेश में अपनाई गई रणनीति का ही यह परिणाम…
लखनऊ 19 जनवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोविड-19 के सम्बन्ध में प्रदेश में अपनाई गई रणनीति का ही यह परिणाम है कि हमारे राज्य में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है। इसके बावजूद अभी भी इस महामारी के प्रति हर स्तर पर सतर्कता बरतना आवश्यक है। इस सम्बन्ध में थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। उन्होंने कोविड-19 से बचाव तथा उपचार की प्रभावी व्यवस्था को बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान का प्रथम चरण प्रगति पर है। इसके अन्तर्गत हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन की प्रथम डोज दी जा रही है। उन्होंने वैक्सीनेशन कार्य को भारत सरकार की गाइडलाइन्स तथा क्रम के अनुरूप संचालित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी तीन सप्ताह में समस्त हेल्थ वर्कर्स का वैक्सीनेशन कार्य पूरा किया जाए। पहले चरण में वैक्सीनेट किए गए लोगों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज 15 फरवरी, 2021 से दिया जाना शुरू किया जाए। उन्होंने कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान के द्वितीय चरण की सभी तैयारियां समय से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि कोरोना वैक्सीनेशन कार्य के दृष्टिगत प्रदेश के पुलिस आदि विभिन्न सुरक्षा बलों का डाटा बेस तेजी से तैयार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 की चेन को तोड़ने में टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके दृष्टिगत प्रदेश में टेस्टिंग कार्य को पूरी क्षमता से संचालित किया जाए। उन्होंने प्रतिदिन कोविड-19 के कम से कम 1.50 लाख टेस्ट किए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि सर्विलांस सिस्टम तथा काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग को पूरी सक्रियता से जारी रखा जाए। समस्त कोविड चिकित्सालयों में आवश्यक दवाओं, मेडिकल उपकरणों एवं आॅक्सीजन की बैकअप सहित पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जनपदों में स्थापित इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को प्रभावी बनाए रखते हुए कोविड-19 के नियंत्रण की कार्यवाही सुचारु ढंग से की जाए। उन्होंने कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में आमजन को निरन्तर जागरूक किए जाने के निर्देश भी दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों को पोषण सम्बन्धी गतिविधियों से भी जोड़ा जाए। इस आयोजन में आयुष्मान भारत योजना तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के सम्बन्ध में जानकारी दी जाए। पात्र लाभार्थियों को इन योजनाओं के गोल्डन कार्ड प्रदान किए जाने की व्यवस्था भी की जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों के दौरान लोगों को कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में जागरूक किए जाने तथा आरोग्य मेलों में रैपिड एन्टीजन टेस्ट की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश भी दिए हैं।
बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज एवं ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास आलोक कुमार, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार, प्रमुख सचिव स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन श्रीमती वीना कुमारी मीना, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…