*आठ हजार छात्रों को जबरन एनआईओएस में दाखिला देना निंदनीय*

*आठ हजार छात्रों को जबरन एनआईओएस में दाखिला देना निंदनीय*

 

 

*नई दिल्ली।* ऑल इंडिया पैरेंट्स एसोसिएशन (एआईपीए) ने शनिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है। एआईपीए ने सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे नौंवी कक्षा के छात्रों को जबरन एनआईओएस (राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान) दाखिला देने के फैसले की निंदा की है।

 

आईपीएस अध्यक्ष अधिवक्ता अशोक अग्रवाल ने पत्र में कहा है कि हमें जानकारी मिली है कि कोरोना काल में स्कूल से बाहर हुए 9वीं कक्षा के 8827 छात्रों को शिक्षा निदेशालय शैक्षणिक सत्र 2020-21 में स्कूलों से बाहर कर एनआईओएस केंद्रों में पंजीकृत कर रहा है। उन्होंने कहा है कि इस संबंध में शिक्षा निदेशालय ने सभी उपशिक्षा निदेशकों और स्कूलों को निर्देश दिया है। इसमें उन्हें प्रत्येक छात्र से संपर्क कर उनका दाखिला एनआईओएस में सुनिश्चित करने को कहा गया है।

 

अधिवक्ता अशोक अग्रवाल ने पत्र में कहा है कि एआईपीए ऐसे छात्रों को एनआईओएस में दाखिला देने के फैसले की कड़ी निंदा करते हैं। यह फैसला बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। इस फैसले के बाद एआईपीए मानता है कि दिल्ली सरकार दसवीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम बेहतर करने के लिए छात्रों को नियमित कक्षाओं से बाहर कर उन्हें एनआईओएस में दाखिला दे रहा है, जो छात्र हितों के खिलाफ है।