*सोमवार से खुलेंगे स्कूल,*
*बच्चों के हाथ मिलाने पर मनाही,लंच आपस में साझा करने पर भी प्रतिबंध*
*304 दिन बाद छात्रों को अपने स्कूल में प्रवेश मिलेगा*
*नई दिल्ली।* राजधानी दिल्ली में कोरोना से बचाव के तहत घोषित बंदी के बाद सोमवार से स्कूल खुलने जा रहे हैं। दिल्ली सरकार ने बीते दिनों स्कूल खोलने का फैसला लिया है। इसके बाद 304 दिन बाद छात्रों को अपने स्कूल में प्रवेश मिलेगा। ऐसे में छात्रों को स्कूल के बदले माहौल के साथ ही नए नियमों का भी पालन करना होगा। इसके तहत छात्रों के आपस में हाथ मिलाने की भी मनाही रहेगी।
10वीं-12वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खोलने संबंधी फैसले के बाद स्कूलों ने कोरोना से बचाव के लिए अपनी तैयारियों को अमलीजामा पहना दिया है। इसके तहत स्कूल व स्कूल संगठनों की तरफ से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, शिक्षा निदेशालय की तरफ से जारी दिशा-निर्देशों के मुताबिक एसओपी तैयार कर लिया है। जबकि स्कूलों की तरफ से इस संबंध में अभिभावकों से भी संपर्क किया जा रहा है।
कोरोना से बचाव के तहत स्कूलों की तरफ से नए नियम व नई व्यवस्था तैयार की गई है। वहीं सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए एक कक्षा के छात्रों को दो या दो से अधिक कमरें आवंटित किए जाएंगे। माउंट आबू पब्लिक सीनियर सेंकेंडरी स्कूल रोहिणी की प्रिंसिपल ज्योति अरोड़ा के मुताबिक सीबीएसई परीक्षा के मद्देनजर छात्रों को स्कूल आना जरूरी है। ऐसे में छात्रों की सुरक्षा को प्रथम मानते हुए हमने एसओपी तैयार की है। इसका प्रारूप अभिभावकों को भेज दिया गया है। वहीं, मुख्य गेट पर स्क्रीनिंग व सैनिटाइजर की व्यवस्था करने के साथ ही सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है।
छात्रों के आपस में हाथ मिलाने और लंच आपस में साझा करने पर भी प्रतिबंध रहेगा। स्कूल की तरफ से छात्रों के लिए प्रयोगशाला तैयार कर ली गई है। वहीं, छात्रों को जागरूक करने के लिए स्कूल परिसर में दिशा-निर्देश चस्पा किए गए हैं। वहीं, गले मिलने पर भी मनाही रहेगी। इसके लिए बच्चों और अभिभावकों को जागरूक किया जाएगा।
कोरोना से बचाव के लिए स्कूलों की तरफ से समान एसओपी भी तैयार किए गए हैं। निजी स्कूलों के संगठन स्कूल एक्शन कमेटी की तरफ से यह एसओपी तैयार की गई है। इसके तहत स्कूलों में पृथकवास बनाने और सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी से निगरानी करने की व्यवस्था करने का फैसला लिया है।
कमेटी अध्यक्ष एसके भट्टाचार्य ने बताया कि शुक्रवार को बैठक में इसको लेकर चर्चा हुई है। इसमें लंबे अंतराल बाद स्कूल आ रहे बच्चों के मनोवैज्ञानिक हालातों को देखते हुए उनके लिए परामर्श सत्र आयोजित करने पर सहमति बनानी है। इसके साथ ही सीसीटीवी के साथ ही सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने, गेट में स्क्रीनिंग व सैनिटाइजर की व्यवस्था पर जोर दिया गया है।
स्कूल खोलने को लेकर स्कूल प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। विद्या बाल भवन सीनियर सेकेंडरी डॉ. सतवीर शर्मा के मुताबिक, छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर स्कूल में पृथकवास बनाया गया है, जहां ऑक्सीजन की व्यवस्था रहेगी। हमने सुबह प्रवेश के समय व बच्चे के घर जाते समय तापमान की अलग-अलग निगरानी करने का फैसला लिया है। इसके साथ ही सामाजिक दूरी व फेस मॉस्क के लिए भी इंतजाम किए गए हैं। इन सब इंतजामों की जानकारी देने के लिए शनिवार को अभिभावकों के साथ ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई। इसमें 60 फीसदी अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने पर सहमति जताई है।